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जिले में इन दिनों झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाई जारी है। इसी बीच प्रशासन ने कार्यवाई करते हुए बमोरी इलाके में एक क्लिनिक को सील किया था। अब क्लिनिक के डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। यह पहला मौका है जब झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। उस
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बता दें कि CM के आदेश के बाद झोलाझाप डॉक्टरों और उनकी क्लीनिकों पर जिलेभर में कार्यवाई की जा रही हैं। एक हफ्ते में एक दर्जन से ज्यादा झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाई की जा चुकी है। राघौगढ़, म्याना, गुना इलाके में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाई करते हुए क्लीनिकों को सील किए गया था।
इसी क्रम में बमोरी तहसील मुख्यालय के बिशनवाड़ा रोड स्थित वेदांशी क्लीनिक को तहसीलदार देवदत्त गोलिया व बीएमओ लक्ष्मी कुमार ने सील करने की कार्रवाई की।खास बात यह रही कि इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से टीम के साथ पुलिस भी मौजूद थी। बता दें कि बीती 11 जुलाई को वीडियो सामने आने के बाद स्वास्थ्य, राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने क्लीनिक सील करने की कार्रवाई को अंजाम दिया। जिसमें डॉक्टर एक मरीज का इलाज करते हुए दिखाया गया है। इसके बाद ही क्लीनिक को सील किया गया था। उसके बाहर जो बोर्ड लगा था उस पर डॉक्टर के नाम के आगे एमबीबीएस की डिग्री यूक्रेन से लेना दर्शाई गई थी। सूचना बोर्ड पर यूक्रेन से एमबीबीएस लिखा हुआ था। लेकिन डॉक्टर कोई प्रमाण नहीं दे पाया है। सिर्फ यूक्रेन में मेडिकल कॉलेज में प्रवेश से संबंधित एक पत्र स्वास्थ्य विभाग को सौंपा है। बीएमओ का कहना है कि क्लीनिक संचालक से कहा है कि वह अपने सारे दस्तावेज प्रस्तुत करें, ताकि पूरी स्थिति साफ हो सके।
बमोरी थाने में FIR दर्ज
बमोरी BMO डॉक्टर लक्ष्मी कुमार जाटव ने थाने में आवेदन दिया। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि 25 जुलाई को देवांशी क्लिनिक की जांच की गई थी। जांच में यह सामने आया कि बिना किसी रजिस्ट्रेशन के डॉक्टर बृजमोहन मेहता द्वारा क्लिनिक का संचालन किया जा रहा है। बिना किसी मान्यता के एलोपैथी के दवाई मरीजों को दी जा रही हैं। क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज मांगे, तो वह दस्तावेज नहीं दिखा पाए। बमोरी थाने में उनकी शिकायत पर FIR दर्ज की गई है।
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