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मंडला जिले की निवास पुलिस ने ग्राम धनगांव में हुई धरम सिंह की हत्या के मामले का खुलासा किया है। हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए थे और पुलिस उनकी लगातार तलाश कर रही थी। अब पुलिस ने इस मामले के ग्राम दुपटा निवासी दो आरोपियों चैनसिंह उइके और नोहरसिंह उइके
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निवास थाना प्रभारी निरीक्षक पीके मुवेल ने बताया है कि विगत 12 जुलाई को ग्राम धनगांव में धरमसिंह (52) पिता भद्देलाल मार्को की लाठी और पत्थर से मारपीट की गई थी। घायल धरम सिंह को जिला अस्पताल मंडला में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान धरम सिंह की मौत हो गई। आरोपी घटना के बाद से ही फरार हो गए थे। पुलिस लगातार उनकी तलाश में जुटी हुई थी।
इसी दौरान साइबर सेल से प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम को आरोपियों की तलाश में चेन्नई रवाना किया गया। जहां आरोपियों की तलाश कर उन्हें पुलिस अभिरक्षा में निवास लाया गया।
आरोपियों ने पूछताछ में जादू टोने के शक में धरम सिंह सहित तीन व्यक्तियों से मारपीट करना और धरम सिंह को खींचकर खेत में ले जाकर लाठी डंडे से मारपीट कर पत्थर पटक कर मारना स्वीकार किया। जिसके बाद बुधवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।
महत्वपूर्ण भूमिका
उक्त मामले में निरीक्षक थाना प्रभारी पीके मुवेल, कार्यवाहक उपनिरीक्षक साबीर खान , कार्यवाहक सहायक उपनिरीक्षक अरूण आर्मो, प्रधान आरक्षक राजेन्द्र सिंह मरावी, आरक्षक अवधेश पासी, रवि मरावी, हरवंश ठाकुर, चन्द्रकिरण डोहरे, सुर्यचंद बघेल (साइबर सेल), महिला आरक्षक संगीता धुर्वे, सरिता पंद्राम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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