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Fake finance company opened in six states | छ: राज्यों में खोली फर्जी फाइनेंस कंपनी: लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी, जिस बिल्डिंग में ऑफिस खोला उसके मकान मालिक से भी 27 लाख लेकर फरार – Ratlam News

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पुलिस गिरफ्त में आरोपी मोहम्मद फारुक।

फर्जी फाइनेंस कंपनी खोल लोन दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले एक अंर्तराजीय आरोपी को पकड़ा है। आरोपी ने रतलाम में किराये की बिल्डिंग में फाइनेंस ऑफिस खोला। लोन दिलाने के पहले प्रोसेस

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1 फरवरी 2024 को थाना स्टेशन रोड पुलिस को शिकायत हुई थी। इसके बाद पुलिस ने जांच की तो मामले का खुलासा हो पाया।

रतलाम में फाइनेंस कंपनी ऑफिस खोलने के दौरान इस तरह बैठता था आरोपी मोहम्मद फारुक।

रतलाम में फाइनेंस कंपनी ऑफिस खोलने के दौरान इस तरह बैठता था आरोपी मोहम्मद फारुक।

गिरीश (76) पिता उत्तमचंद मेहता निवासी मगनलाल बिल्डिंग स्टेशन रोड रतलाम, ने थाने में शिकायत की थी। बताया कि नवंबर 2023 में मोहम्मद फारूक रतलाम के एक व्यक्ति के साथ उनसे मिला। उसने फाइनेंस कंपनी खोलने के लिए गिरीश मेहता से बिल्डिंग किराये से ली। गिरीश मेहता ने एग्रीमेंट कर बिल्डिंग किराए पर दे दी। मोहम्मद फारुक ने गेट ग्लोबल नाम से फाइनेंस कंपनी खोली। ऑफिस में फर्नीटर व कम्प्यूटर भी लगाए। लोकल एड्रेस पर नई सिम तथा महाराष्ट्र बैंक में बैंक अकाउंट खुलवाया। यहां तक अखबार में विज्ञापन देकर गेट ग्लोबल नाम से फाइनेंस कंपनी में कर्मचारियों को इंटरव्यू लेकर भर्ती किया।

15 लाख रुपए एकट्‌ठे किए

नवंबर 2023 से लेकर जनवरी 2024 तक प्लानिंग के अनुसार हाउस लोन, बिजनेस लोन, पर्सनल लोन, मॉर्टगेज लोन, एग्रीकल्चर लोन आदि के पंपलेट छपवाकर ऑफिस का पूरा सेटअप जमाया। लोन बांटने के लिए कर्मचारियों को रखा। रतलाम के आसपास रवाना कर लोन की प्रक्रिया फीस के नाम पर 40 दिन में करीब 15 लाख रुपए इकट्ठा किए।

मकान मालिक को भी लगाया चूना

रतलाम में सेटअप जमने के बाद आरोपी मोहम्मद फारुक ने मकान मालिक गिरीश मेहता से 27 लाख रुपए उधार मांगे। मकान मालिक से कहा कि गेट ग्लोबल फाइनेंस कंपनी का लाइसेंस आरबीआई से प्रक्रिया में है। मुझे 122 लोगों को उनकी फाइलों पर लोन वितरण करना है। आरबीआई से अप्रूवल होते ही लगभग 2 करोड़ रुपए पेमेंट आने की बात कहते हुए लोन स्वीकृत करने के लिए 27 लाख रुपए कम पड़ने की बात कही। 10 दिन में रुपए रिटर्न करने को कहा। तब मकान मालिक उसकी बातों में आ गए। विश्वास करते हुए मकान मालिक गिरीश मेहता ने 14 लाख रुपए केस एवं 13 लाख रुपए गेट ग्लोबल फाइनेंस कंपनी के रतलाम स्थित महाराष्ट्र बैंक के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए।

27 लाख रुपए की राशि हाथ में आते आरोपी मोहम्मद फारुख मुंबई आरबीआई ऑफिस जाने की बात कहकर ऑफिस का सेटअप फर्नीचर आदि छोड़कर फरार हो गया। उसके बाद वह एक माह तक वापस नहीं आया। इस दौरान कई लोग भी फर्जी ऑफिस पहुंचे। जहां से लोने देने की बात लोगों को कही गई थी। आरोपी के नहीं लोटने पर धोखाधड़ी के शिकार हुए लोगों के साथ मकान मालिक गिरीश मेहता ने थाना स्टेशन रोड पर शिकायत की। पुलिस ने धारा 420, 406, 467, 468, 471, 34, 120 बी आईपीसी के तहत केस दर्ज किया।

कई राज्यों में खोला ऑफिस

रिपोर्ट के बाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू की। पुलिस ने सबसे पहले जानने की कोशिश की आरोपी लोगों के साथ कैसे फ्रॉड करता है। तब पुलिस को जानकारी लगी कि आरोपी इंटरनेट एवं न्यूज पेपर में लोन के नाम पर एड देता है। इसी के आधार पर पुलिस ने न्यूज पेपर में लोन के एड खोजे।

रतलाम में गेट ग्लोबल के नाम से ऑफिस खोलने के अलावा सन फाईनेंस जोधपुर (राजस्थान), ईजी फाईनेंस भुवनेश्वर (उड़ीसा), एक्सलुट शोपर्स सूरत (गुजरात) सर्या फाईनेंस सीकर (राजस्थान) तथा बिहार, झारखंड, अहमदाबाद आदि स्थानों पर फर्जी फाइनेंस कंपनी के जरिए लोन देने के लिए ऑफिस खोलने की जानकारी मिली।

न्यूज पेपर में एड मिलने पर पुलिस ने राजस्थान के सीकर में उन नंबरो पर संपर्क किया और आरोपी को पकड़ने में सफलता मिल गई। आरोपी द्वारा सीकर में लोन के लिए एक वेबसाईट भी बनवाई गई जिस पर लोन के लिये रजिस्ट्रेशन किया जा सके।

आरोपी अहमदाबाद का रहने वाला

पुलिस टीम द्वारा सभी तकनीकी एवं भौतिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपी मोहम्मद फारूक (52) पिता फकीर मोहम्मद निवासी एमएम करीम अपार्टमेंट मकरबा सर्कैस अहमदाबाद (गुजरात) को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि अभी एक अन्य आरोपी भी इसमें शामिल है। जिसकी गिरफ्तार नहीं हो पाई है। पुलिस उसकी तलाश में लगी है।

सीएसपी अभिनव वारंगे ने बताया फाइनेंस कंपनी खोलकर लोगों को लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की गई है। एक आरोपी गिरफ्तार किया है। अंतर्राजीय गिरोह है। पूछताछ जारी है।

इनकी रही भूमिका

पूरे मामले में एसपी राहुल कुमार लोढ़ा, एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी अभिनव वारंगे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दिनेश कुमार भोजक, एसआई प्रेमसिंह हटीला, सायबर सेल हेड कांस्टेबल मनमोहन शर्मा, लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, कांस्टेबल विजय निनामा, लोकेंद्र सोनी की आरोपी को पकड़ने में भूमिका रही।

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