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तीन माह पहले एक तरफा प्यार में युवती को संक्रमित इंजेक्शन लगाने के मामले में कोर्ट का रवैया काफी सख्त है। जिला कोर्ट ने एक अन्य आरोपी संजय पिता राजू वर्मा की जमानत खारिज कर दी है। आरोपी अपने छह साथियों के साथ इस साजिश में शामिल था। उसने संक्रमित इंजे
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इस मामले में बुधवार को एडिशनल सेशन जज सुरेखा मिश्रा के समक्ष सुनवाई हुई। इसमें आरोपी संजय की ओर उनके एडवोकेट ने तर्क रखे कि उसके खिलाफ गलत आधारों पर केस दर्ज किया गया है। उसने कोई अपराध नहीं किया है। दूसरी ओर अभियोजन की ओर से एजीपी जयंत दुबे ने विरोध किया। उन्होंने तर्क दिया कि पुलिस जांच में आरोपी संजय द्वारा संक्रमित इंजेक्शन लाकर अपने घर के फ्रिज में रखने की पुष्टि हुई है। उसे पता था कि इंजेक्शन संक्रमित है। उसने फिर इसे अपने साथी को दिया। खास बात यह कि इंजेक्शन संक्रमित होने की रिपोर्ट भी आ चुकी है। इसमें संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। ऐसे में उसे जमानत नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि वह इस गंभीर अपराध में लिप्त है। कोर्ट ने तर्क सुनने के बाद संजय की जमानत खारिज कर दी। इसके पूर्व कोर्ट लोकेश कंडारे और शैलेंद्र की भी जमानत खारिज कर चुका है।
इस केस में कुल सात आरोपी हैं और सभी जेल में हैं। मुख्य आरोपी किशोरी कोरी है। आरोपी लोकेश कंडारे ने संक्रमित खून का वायल 15 हजार रुपए में किशोर कोरी को बेचा था। लोकेश को यह खून उसकी पत्नी संगीता कोरी ने MRTB सरकारी अस्पताल से चुराकर लाकर दिया था। संगीता इसी अस्पताल में सफाई का काम करती है। बता दें कि जिस शख्स किशोर ने यह संक्रमित खून खरीदा था, वह एक युवती से बदला लेना चाहता था। युवती से एकतरफा प्यार करता था लेकिन उसने प्रपोजल ठुकरा दिया था। किशोर इस इंजेक्शन को लगाकर युवती को पूरी उम्र के लिए बीमारी करना चाहता था। लोकेश और उसकी पत्नी भी इस साजिश का हिस्सा थीं इसलिए कोर्ट ने उसकी संलिप्तता को गंभीर माना है।
मामले का खुलासा होने के बाद से किशोर कोरी, सफाई कर्मचारी लोकेश, उसकी पत्नी संगीता समेत सभी सात आरोपी जेल में ही हैं। घटना 12 मार्च 2024 को इंदौर शहर के सराफा में हुई थी। एक्टिवा से सहेली के साथ जाते समय दो आरोपियों ने पीछा कर उसे संक्रमित खून का इंजेक्शन लगाया था।
‘आई‘ फिल्म की तरह बदला लेने के लिए इंजेक्शन बुलवाया था
युवती से मुख्य आरोपी किशोर कोरी (32) एकतरफा प्यार करता था। प्रपोजल ठुकराने पर बदला लेने की सनक में चढ़ गई। उसने आई मूवी देख रखी थी जिसमें इंजेक्शन के जरिए बीमार किया जाता है। उसने दोस्त संजय कोरी के साथ मिलकर युवती को संक्रमित खून का इंजेक्शन देने की साजिश रची।
संजय ने अपने दोस्त शैलेंद्र चंदेले को संक्रमित खून का इंतजाम करने के लिए कहा। शैलेंद्र ने सफाई कर्मचारी लोकेश कंडारे को खून के बदले 15 हजार रुपए का लालच दिया। लोकेश की पत्नी संगीता कोरी MRTB अस्पताल में सफाई कर्मचारी है। लोकेश ने यह बात संगीता को बताकर संक्रमित खून का वायल बुलवाया और मुख्य आरोपी किशोर तक पहुंचाया।
किशोर ने संक्रमित खून मिलने के बाद इसे लगवाने के लिए दो लोगों रोहन और आकाश को रुपए का लालच दिया। इस पर उन्होंने 12 मार्च को सराफा में युवती को यह इंजेक्शन लगा दिया था।
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