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मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट का काम पिछले दो महीने से रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। इसका कारण चंद्रगुप्त चौराहा से रेडिसन तक 366 पेड़ों की शिफ्टिंग नहीं हो पाना है। इसी तरह रोबोट चौराहे से आगे के काम के लिए भी निगम की एनओसी का इंतजार है। इस हिस्से में मीडियन ह
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चंद्रगुप्त मौर्य चौराहा से रेडिसन चौराहे तक बनने वाले स्टेशनों के लिए ग्रीन बेल्ट में आ रहे 366 पेड़ों की शिफ्टिंग संभवत: अगले हफ्ते से शुरू होगी। बापट चौराहा से होते हुए रेडिसन चौराहा तक कई हरे-भरे पेड़ हैं। इन्हें हटाने के लिए मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने निगम को राशि भी जमा करवा दी है। निगम ने टेंडर जारी कर दिए। एजेंसी को काम भी दे दिया, लेकिन निगम द्वारा पुराना भुगतान नहीं करने पर काम दो महीने से अटका हुआ है। हाल ही में मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने निगम अधिकारियों से मुलाकात कर काम जल्द शुरू करवाने की मांग की। यदि पेड़ नहीं हटाए गए तो मेट्रो का काम आगे नहीं बढ़ पाएगा।
एमजी रोड पर मेट्रो अंडरग्राउंड हो जाएगी कनाड़िया रोड पर भी मीडियन हटाने के लिए निगम की एनओसी की जरूरत है। रोबोट चौराहा से पलासिया तक भी 900 पेड़ों को हटाना होगा। नगर निगम से इसके लिए भी अनुमति मिल चुकी है। एमजी रोड पर मेट्रो अंडरग्राउंड हो जाएगी। वहां भी करीब इतने ही पेड़ बाधक बन रहे हैं। उन्हें हटाने के लिए निगम को आवेदन दिया है। हालांकि अभी वहां का काम शुरू होने में समय लगना तय है, इसलिए वहां के लिए अभी तक निगम ने अनुमति भी जारी नहीं की है।
- 366 पेड़ चंद्रगुप्त चौराहा से रेडिसन तक
- 900 पेड़ रोबोट चौराहा से पलासिया तक
8.8 किलोमीटर में बनना है मेट्रो का अंडरग्राउंड ट्रैक
मेट्रो का अंडरग्राउंड ट्रैक 8.8 किलोमीटर में बनना है। यह रीगल से एयरपोर्ट तक होगा। इसमें सात स्थानों पर स्टेशन बनेंगे। इस हिस्से में बसाहट व प्रमुख बाजार होने के कारण मेट्रो को अंडरग्राउंड ले जाने की योजना है। जमीन के नीचे बनने वाले स्टेशनों के ऊपरी हिस्से में प्रवेश व निकासी मार्ग, आसपास की इमारत व वेंटिलेशन के जमीन की जरूरत होगी। रीगल टॉकिज चौराहा, निगम मुख्यालय परिसर, मल्हारगंज क्षेत्र, बड़ा गणपति चौराहा, रामचंद्र नगर चौराहा और एयरपोर्ट के पास अंडरग्राउंड स्टेशन बनना हैं।
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