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मंत्री तुलसी सिलावट के पूर्व ओएसडी और वर्तमान में पीएचई विभाग के अवर सचिव डॉ. जीवन सिंह रजक को दुष्कर्म और छेड़छाड़ के झूठे केस में फंसाकर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। रजक का कहना है कि मंत्री का ओएसडी रहते हुए एक साल पहले उनकी एक युवती से मु
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युवती ने मंत्री के स्टाफ के खिलाफ अलग-अलग शिकायतें की थीं… फिर वापस ले लीं
{अवर सचिव रजक ने बताया कि जब वह मंत्री तुलसी सिलावट के ओएसडी थे। बिछिया, रीवा निवासी कथित पत्रकार नेहा त्रिपाठी ने 24 मई 2023 को मंत्री से संबंधित एक शिकायत आवेदन दिया था। इसमें कार्यालयीन स्टाफ लक्ष्मीकांत उपाध्याय पर मानसिक, शारीरिक शोषण और आर्थिक ठगी के आरोप लगाए थे। …लेकिन 21 जून को लक्ष्मीकांत के खिलाफ शिकायत वापस ले ली। {इसके बाद 13 जुलाई 2023 को डाॅ. रजक और लक्ष्मीकांत उपाध्याय के खिलाफ आर्थिक और शारीरिक शोषण के आरोप लगाते हुए शिकायत की। मंत्री के स्टाफ में विकास तिवारी, विमलेश और ड्राइवर पर भी छेड़छाड़ के आरोप। लेकिन बाद में ये शिकायत वापस। {11 कर्मचारियों ने 19 जून को नेहा की शिकायत ओएसडी से की थी। ओएसडी ने 20 जून को नेहा के खिलाफ शिकायत की थी। {इसके बाद नेहा ने 24 नवंबर को पीएम, सीएम को ओएसडी समेत अन्य के खिलाफ शारीरिक शोषण का आरोप लगाया। दो करोड़ रु. मुआवजा मांगा।
रीवा में भी छेड़छाड़ से जुड़़े 4 केस दर्ज करा चुकी है, एक में परिवाद
नेहा के खिलाफ थाना गोविंदगढ़, रीवा में 3 केस दर्ज हैं। नेहा की शिकायत पर गोविंदगढ़ और सिविल लाइन थाना रीवा में छेड़छाड़ के 4 मामले दर्ज हैं। उसने छेड़छाड़ समेत अन्य धाराओं में एफआईआर का एक परिवाद रीवा कोर्ट में दायर किया है।
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