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रेत माफिया के खिलाफ प्रशासन, पुलिस, वन विभाग के कसते शिंकजे के बीच वन विभाग के एक रेंजर ने उसके वाहन पर टक्कर मारने व उस पर हमले के प्रयास का आरोप लगाया है। जबकि जिस व्यक्ति पर आरोप है उसने रेंजर पर मारपीट और झूठे मामले में फंसाने की शिकायत की है।
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दक्षिण वन मंडल के भैंसदेही वन परिक्षेत्र के रेंजर अमित सिंह चौहान ने बैतूल एसपी से मुलाकात कर भाजपा कार्यकर्ता रमेश नरवरे को रेत माफिया बताते हुए उस पर हमले का आरोप लगाया है। चौहान की शिकायत है कि पिछले 25 मई को रमेश नरवरे ने रेत के ट्रैक्टर पकड़ने के दौरान उसके वाहन को टक्कर मार दी थी। रमेश ने भीड़ इकट्ठा कर उस पर हमले का प्रयास भी किया था।
रेंजर का आरोप है कि उसके बार-बार अनुरोध के बावजूद भैंसदेही पुलिस ने उसकी FIR दर्ज नहीं की। यहां तक की टी आई उनका फोन तक नहीं उठाती है। रेंजर का कहना है कि रमेश नरवरे को स्थानीय नेताओं का संरक्षण होने के कारण इन पर कभी कोई कार्रवाई नहीं होती है। जबकि इनके ओर से अवैध रेत खनन व परिवहन का धंधा सालों से चलता आ रहा हैं।
रिश्वत न देने पर झूठे केस में फंसाने का आरोप
भैंसदेही के चिचोलीढाना निवासी रमेश नरवरे रेत का धंधा करता है। रमेश ने डीएफओ को पत्र लिखकर रेंजर अमित सिंह चौहान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। नरवरे का आरोप है कि चौहान ने उनके दो ट्रैक्टरों को अवैध रूप से जब्त किया।
ड्राइवरों से मारपीट की और उनसे कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवा लिए। इसके बाद ट्रैक्टरों को जब्त कर वन विभाग कार्यालय भैंसदेहीं ले जाया गया। जहां ड्राइवरों को भी बंद कर गंभीर रूप से पीटा गया और शाम 6 बजे छोड़ा गया।


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