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खरगोन जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को संपर्क ऐप में उपस्थिति लगाने की अनिवार्यता की गई है। इसके लिए विभागीय अफसर दबाव बना रहे हैं। मध्य प्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मिनी कार्यकर्ता संघ प्रतिनिधियों ने स
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उनका कहना है कि विभागीय ऐप पोषण ट्रैकर में दैनिक उपस्थिति कार्यकर्ता व सहायिकाओं, बच्चों का नाश्ता, भोजन, गर्भवती भोजन, शिशुवती माताओं एवं बच्चों की गृह भेट, वजन, टीएचआर, टीकाकरण, रेफरल सहित सभी सेवाओं की मासिक व वार्षिक जानकारी पूर्व में ही दर्ज की जा रही है। इसके अलावा 11 पंजियों का भी संधारण किया जा रहा है। अन्य विभागों में भी सौंपे जा रहे है।
पोषण ट्रैकर ऐप में लोकेशन के साथ फोटो भी भेजी जा रही है। फिर भी कार्यकर्ताओं पर अनावश्यक दबाब बनाकर एक ही तरह के कार्य को दो-दो ऐप में करने को कहा जा रहा है। कार्यकर्ता प्रतिनिधियों ने बताया कि गुरुवार को एडीएम रेखा राठौड़ को अवगत कराया है। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी व महिला एवं बाल विकास संचालनालय को अवगत कराने की बात कही है।
दबाव बनाया जा रहा है
पत्र में बताया गया कि विभागीय मोबाइल में इतनी मेमोरी नहीं है। वह भी एक वर्ष से नहीं मिले। ग्रामीण क्षेत्र में नेटवर्क की प्रोब्लम से परेशानी होती है। इसलिए कार्यकर्ताओं को संपर्क ऐप में काम करने में समस्या हो रही है। संपर्क ऐप में काम करने का दबाव दिया जा रहा है। काम न करने पर मानदेय काटने और कार्रवाई करने को कहा जा रहा है।

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