Bhopal Menstrual Hygiene Day Women Die Due To Lack Of Hygiene Talk Openly About Menstruation – Amar Ujala Hindi News Live

मासिक धर्म स्वच्छता दिवस
– फोटो : अमर उजाला
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पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई नहीं रखने से औरतों की मौत का दुनिया में पांचवा कारण है। वहीं, 2.3 करोड़ लड़कियां हर साल सेनेटरी पैड न होने की वजह से स्कूल छोड़ देती हैं। यह जानकारी मंगलवार को मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर राजधानी भोपाल के आसपास के किशोरियों और महिलाओं को जागरुक करने के लिए बताया गया।
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष 28 मई को मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। इस अवधि के दौरान अच्छी मासिक धर्म स्वच्छता प्रथाओं को उजागर करने और मासिक धर्म पर स्वच्छता को अपनाना लोगों को सुविधाओं तक पहुंच के महत्व के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी के निर्देशन में एंबेड परियोजना फैमिली हेल्थ इंडिया द्वारा चांदमारी, इंदिरा नगर, रूपनगर, विकासनगर, 100 क्वॉर्टर आदि में मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम सहयोगी रत्नेश सिंह के द्वारा उपस्थित महिलाओं और किशोरी बालिकाओं को स्वच्छता का महत्व बताया। साथ ही कहा कि आप लोग मासिक धर्म के बारे में अपने घर वालों से खुलकर बात करें। यह एक नेचुरल प्रक्रिया है। सभी महिलाओं और किशोरी बालिकाओं को इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसमें झिझक नहीं करना चाहिए।
मासिक धर्म में कपड़े की उपयोग से फैलता है इन्फेक्शन
मासिक धर्म के दौरान कपड़े का उपयोग नहीं करें, इससे इन्फेक्शन होने की संभावना होती है। कपड़े को जगह आप नैपकिन पैड का उपयोग करें। इसे भी तय समय के अनुसार करें, पैड को भी नियमित रूप से बदलें। इस दौरान लड़कियों और महिलाओं ने मासिक धर्म के बारे में अपने प्रश्नों के उत्तरों को भली भांति प्राप्त किया।
पर्याप्त मात्रा में पिए तरल पदार्थ
किशोरियों को इस दौरान बताया गया कि मासिक धर्म के दौरान पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पिएं, जिससे संक्रमणों को रोकने में मदद मिलेगी। अपने मासिक धर्म चक्र को ट्रैक करें और उसकी निगरानी करें। आपका मासिक धर्म चक्र आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक मूल्यवान संकेतक है। अनियमित मासिक धर्म मधुमेह, थायरॉयड समस्याओं और सीलिएक रोग जैसी स्थितियों का संकेत हो सकता है। आप अपने मासिक धर्म चक्र को कैलेंडर पर या अपने फोन पर इस उद्देश्य के लिए डिजाइन किए गए एप से ट्रैक कर सकते हैं।
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