[ad_1]
सीहोर में बिजली कंपनी के कर्मचारियों ने इस माह रीडिंग में देरी की है। जिसके कारण बिजली खपत के टेरिफ में बदलाव हो गए, नतीजतन कई उपभोक्ता सब्सिडी से वंचित रहे गए। वहीं अब उन्हें बढ़े हुए बिल थमा दिए गए हैं। ऐसे में बिजली कर्मचारियों की लापरवाही का खामिय
.
गौरतलब है कि बिजली कंपनी महीने के पहले सप्ताह में मीटर रीडिंग कर लेती है लेकिन मई माह में 20 तारीख के बाद रीडिंग ली गई। वहीं शहर के कई वार्डों में तो अभी तक रीडिंग लेकर बिल नहीं बांटे गए हैं।
बिल भरने की चिंता
हाउसिंग बोर्ड रहवासी गायत्री देवी का कहना है कि महीने के आखिर में बिल आया है बजट ही खर्च हो गया। दूसरा मनमाना बिल कंपनी ने थमा दिया है। 150 रुपए की जगह अब 1689 बिल आया है। वहीं रामेश्वर नागर का कहना है कि हर महीने 100 रुपए बिल आता था गर्मियों के दिनों में ज्यादा से ज्यादा 300 से 400 बिल आता था लेकिन मीटर रीडिंग में देर से होने से 2240 रुपए बिल आया है, जिससे सब्सिडी नहीं मिली है।

वहीं मप्र मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी सीहोर, महाप्रबंधक सुनील कुमार खरे का कहना है कि लोगों को सब्सिडी का फायदा मिला है। गर्मियों में घरों में ज्यादा खपत होती है इसलिए बढे़ हुए बिजली बिल आते हैं। टैरिफ प्लान के अनुसार ही बिल दिए जाते हैं।
[ad_2]
Source link

