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रेलवे स्टेशन के बाहर इस तरह खड़ी थी जिला पंचायत अध्यक्ष की स्कार्पियो, बगैर चालान के छोड़ा।
खंडवा में बीते चार-पांच दिन नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस का अमला सड़कों पर उतरा रहा है। दुकानों के बाहर रखें सामान को हटाने की हिदायत दे रहा है। वहीं मौके पर दुकानदारों के साथ बाइक, कार वालों से पार्किंग और अतिक्रमण के नाम पर जुर्माना भी वसूल रहा है। सोम
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कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे थे ट्रैफिक डीएसपी आनंद सोनी और नगर निगम के उपायुक्त सचिन सिटोले। उनके साथ अधीनस्थ कर्मचारी और सूबेदार, पुलिसकर्मी मौजूद थे। शाम होने तक दुकानों के बाहर रखी तख्तियों और कुर्सी आदि फर्नीचर सामग्री से नगर निगम के दो ट्रक भरा गए। लेकिन अमले का ज्यादा फोकस वसूली यानी जुर्मानें पर रहा। जुर्मानें की राशि भी लगभग एक लाख रूपए के करीब हो गई थी। अब सवाल ये उठता है कि अफसर राजस्व की दशा सुधारने निकले है या शहर की दिशा सुधारने।

जिपं अध्यक्ष को छोड़ा, बैंककर्मी को बाइक समेत उठाया
कार्रवाई के दौरान देखा गया कि रेलवे स्टेशन के पास यादव टी स्टाॅल का पूरा शेड़ बाहर था। बड़े अफसरों ने कहा कि इसे उठाकर ट्रक में डाल दो। फिर अफसरों की निगाह टी स्टाल के नाम पर पड़ी तो उन्होंने कहा कि ये तो यादव जी की है। आगे चलों, ये खुद हटा लेंगे।
चार कदम आगे चलते ही स्टेशन के बाहर एक स्कॉर्पियों खड़ी थी। ट्रैफिक डीएसपी सोनी ने कोतवाली के एएसआई को रसीद कट्टा लेकर पहुंचाया। लेकिन वहां गए तो जिला पंचायत की अध्यक्ष पिंकी वानखेड़े और उनके पति सुदेश वानखेड़े गाड़ी से बाहर निकले और परिचय दिया। इसके बाद बगैर चालान काटे ही पुलिसकर्मी आगे बढ़ गए।
थोड़ी दूर पर पार्वती बाई धर्मशाला के पास एक बाइक सवार युवक इस्माइल टेलर वाली गली से रोड़ पर निकला था कि डीएसपी सोनी ने कहा कि इसका चालान काट दो। राहुल करोड़ी नाम का यह युवक बैंककर्मी था। उसने पूछा कि मेरी गलती क्या है, मैं गली से निकलकर रोड पर आया और भीड़ देखकर गाड़ी रोक दी। उसके पास चालान के लिए नकद पैसे नहीं थे, वो पान की दुकान वाले को फोन पे कर पैसे ले रहा था कि ट्रैफिक वाले ने उसे पकड़ा और बाइक पर बैठाकर थाने ले गया।
अब पूरा निगम और ट्रैफिक अमला पहुंच जाता है कि सिनेमा चौक के मैदान में। यहां चाट-कचौरी के ठेलों की भरमार थी। अमला यहां से सीधे ज्यूस की दुकानों पर पहुंचा। ज्यूस वालों के काउंटर दुकान से बाहर थे। सभी से कहा कि दो-दो हजार रूपए निकालो और रसीद कटवाओ। एवन ज्यूस वाले दिव्यांग बुजुर्ग ने शाम को ही दुकान खोली थी। पूरी ग्राहकी 300 रूपए की हुई थी। निगम वाले ने कहा कि दो हजार रूपए से कम नहीं लूंगा। आखिर में दो हजार की रसीट काटकर बुजुर्ग को थमा दी।
फिर अमले ने कार्रवाई का समापन करते हुए चस्का पंजाबी ढ़ाबा और उससे सटी ज्यूस दुकान वाले से भी दो-दो हजार रूपए की रसीट फड़वाने के लिए कहा। चस्का दुकान से दो सरदार बाहर आए और उन्होंने नगर निगम के उपायुक्त सचिन सिटोले से नमस्कार किया। अपने बारे में कुछ परिचय दिया। इस पर सिटोले ने अपने कर्मचारियों से कहा कि इनकी रसीद दो हजार की बजाय एक हजार रूपए की फाड़ देना।

उपायुक्त सिटोले- अतिक्रमण हटाकर शहर को व्यवस्थित कर रहे
दैनिक भास्कर ने नगर निगम के उपायुक्त सचिन सिटोले से बात की। उनसे पूछा कि आप चेहरे देखकर कार्रवाई करते हो। अतिक्रमण हटाने से ज्यादा आपका फोकस पैसा वसूलने पर है। जवाब में सिटोले कहते है कि हम शहर को व्यवस्थित करने के लिए अतिक्रमण हटा रहे है। वसूली की कोई बात नहीं है। हमने चेहरा देखकर कार्रवाई नहीं की है।

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