अजब गजब

पहले प्रशिक्षण..फिर प्रैक्टिकल, दो दोस्तों का गजब कारनामा, इस व्यवसाय से सालाना कर रहे 15 लाख की कमाई

विक्रम कुमार झा/पूर्णिया:- मधुमक्खी पालन बहुत ही फायदे का व्यवसाय है, बशर्ते आपको इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए. पूर्णिया के दो युवा साथी पिछले तीन साल से मधुमक्खी पालन कर रहे हैं. पूर्णिया के गढ़िया बलुवा के रहने वाले अखिलेश कुमार रजक और प्रकाश कुमार मेहता दोनों दोस्त हैं. दोनों ने खेती नहीं की, बल्कि मधुमक्खी पालन के व्यवसाय को चुना. साल के 9 महीना इससे शहद का उत्पादन करते हैं और 15 लाख की कमाई करते हैं.

प्रशिक्षण के बाद प्रैक्टिकल ज्ञान जरूरी
किसान अखिलेश कुमार रजक और प्रकाश कुमार मेहता दोनों दोस्त हैं. दोनों ने Local 18 से बात करते हुए बताया कि पिछले तीन वर्षों से मधुमक्खी पालन का व्यवसाय करते आ रहे हैं. मधुमक्खी पालन व्यवसाय करने का सर्वप्रथम आइडिया कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ से मिला है. जिसके बाद दोनों दोस्तों ने विभाग के माध्यम से प्रशिक्षण किया. प्रशिक्षण करने के बाद कई दिनों तक जानकार मधुमक्खी पालन व्यवसायी के पास जाकर बाकायदा प्रैक्टिकल के तौर पर अनुभव भी लिया. इसके बाद दोनों दोस्त मधुमक्खी पालन व्यवसाय में पूरी तरह मास्टर हो गए.

20 बॉक्स से की शुरुआत
अखिलेश कुमार और प्रकाश कुमार मेहता ने Local 18 से अपना अनुभव साझा किया. उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में 20 मधुमक्खी बॉक्स से व्यवसाय को शुरू किया था. अभी उनके पास तकरीबन 200 से अधिक मधुमक्खी का बॉक्स उपलब्ध है. वह कहते हैं कि एक बॉक्स में कम से कम ढाई किलो तक शहद होता है. शहद का उत्पादन ज्यादा हो, इसके लिए बॉक्स में नर और मादा दोनों प्रजाति की मक्खी को रखते हैं, जिससे उन्हें सालों मुनाफा हो जाता है.

उन्होंने कहा कि 9 महीने तक आसानी से शहद निकलता है. शहद बनाने के लिए सभी सीजन में अलग जगह पर फूल के बगीचे या फलदार पौधे के बगीचों में जाकर यह बॉक्स रखते हैं, जहां मधुमक्खी इन फूलों के रस को चूसकर ज्यादा से ज्यादा शहद उत्पादन करती हैं. अभी आम और लीची का समय है. ऐसे में मधुमक्खी ज्यादा से ज्यादा शहद दे, इसके लिए सभी बॉक्स को चंपानगर के गंगासागर पोखर के किनारे लीची बगान में लगा रखे हैं.

हर सप्ताह करते हैं 2.5 क्विंटल उत्पादन
एक सप्ताह में तकरीबन 2.50 क्विंटल से अधिक शहद उत्पादन कर लेते हैं. फिर मैनुअल मशीन के जरिए मोम से शहद निकालकर और फिर प्रोसेसिंग करने के लिए भागलपुर या बंगाल ले जाते हैं. प्रोसेसिंग यूनिट पर प्रोसेसिंग करवाकर शहद को तैयार किया जाता है. जिसके बाद शहद पूरी तरह खाने योग्य हो जाता है. उन्हें पैकेजिंग कर लोकल बाजार में बेच देते हैं, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा हो जाता है.

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मधुमक्खी पालन से सालाना करते 15 लाख का फायदा
मधुमक्खी पालन के व्यवसाय से सालाना 15 लाख तक का मुनाफा कमा लेते हैं. दोनों आपस में समझौते के साथ मुनाफे के पैसे को आपस में बांट लेते हैं. साथ ही साथ आमलोगों से भी अपील करते हुए कहा कि अगर आप मधुमक्खी पालन का व्यवसाय करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप सम्बंधित विभाग में जाकर इसका पूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त कर लें. उसके बाद अनुभवी किसान भाइयों के प्लांट पर जाकर इसकी पूर्ण जानकारी हासिल करें. आप आसानी से मधुमक्खी पालन का व्यवसाय कर पाएंगे और अच्छा मुनाफा भी कमा पाएंगे.

Tags: Bihar News, Local18, Purnia news, Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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