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एसडीओपी पुनासा रवीन्द्र बोयत
– फोटो : अमर उजाला
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मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में दो सगे भाइयों के बीच खूनी संघर्ष का मामला सामने आया है, जिसमें दोनों पैरों से दिव्यांग छोटे भाई ने बड़े भाई की दराती मार कर हत्या कर दी। मामला पैसों के लेन-देन का बताया जा रहा है। हालांकि, मिली जानकारी के अनुसार दोनों भाई अक्सर झगड़ा करते रहते थे, जिसके चलते इन दोनों का ही विवाह नहीं हो पा रहा था। इधर, हत्या करने वाला छोटा भाई भी गंभीर रूप से घायल है, जिसका इलाज खंडवा के जिला अस्पताल में जारी है। वहीं, सगे भाई की हत्या के इस मामले में नर्मदा नगर थाने में अपराध दर्ज कर लिया गया है।
खंडवा में नर्मदानगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत होली के मौके पर नशे की हालत में दो सगे भाइयों में पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों भाइयों जितेंद्र और धर्मेंद्र में खूनी संघर्ष हो गया। इस दौरान दोनों पैरों से दिव्यांग छोटे भाई जितेंद्र ने बड़े भाई धर्मेंद्र पर दराती से वार कर दिया। इस खूनी संघर्ष में दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने दोनों घायल भाइयों को खंडवा के जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान धर्मेंद्र पिता धन सिंह को मृत घोषित कर दिया। वहीं, इस हत्या का आरोपी जितेंद्र अभी भी खंडवा अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज जारी है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसडीओपी पुनासा रविन्द्र बोयत ने बताया कि धर्मेंद्र और जितेंद्र दो भाई थे। जो कि राजपूत समाज के थे। इसमें से जितेंद्र के दोनों पैर ट्रेन से कट गए थे और ये दोनों भाई हमेशा आपस में लड़ते रहते थे। कभी पैसे के लेन-देन को लेकर तो कभी खाने पीने की बात को लेकर। इन दोनों का विवाह भी नहीं हो रहा था।
कल ये आशा बाई के कमरे पर बैठकर खाना खा रहे थे। उस समय इनका आपस में दोनों के बीच विवाद हुआ और उनकी मारपीट हुई। उसमें जितेंद्र ने धर्मेंद्र को दराती या किसी इस तरह की चीज से मार दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है और क्योंकि जितेंद्र भी अभी घायल है और उसका इलाज खंडवा में चल रहा है। इसलिए वह जैसे ही स्वस्थ होगा तो उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जाएगा।
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