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इंदौर6 मिनट पहले
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साकेत नगर स्थित आत्म अनुभूति मंच द्वारा बच्चों को गुरुकुल जैसे संस्कार नि:शुल्क रूप से सिखाए जा रहे हैं। इसी के तहत डॉ. आचार्य विवेकानंद शर्मा द्वारा 18 मार्च से प्रत्येक सोमवार से शुक्रवार तक प्रतिदिन शाम 5.30 से 7 बजे तक श्रीमद्भगवद्गीता का महत्व बताकर कुछ विशेष श्लोक कंठस्थ करवाए जाएंगे। इसमें 5 से 20 वर्ष तक के विद्यार्थी सम्मिलित होकर कर्मक्षेत्र का महत्व समझेंगे। इसके पूर्व गुरुकुल संस्कार के माध्यम से 15 मार्च को भी डॉ. आचार्य विवेकानंद शर्मा ने विद्यार्थियों को श्रीमद्भगवद्गीता का महत्व बताया था। इस दौरान उन्होंने सात विद्यार्थियों को श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोक “धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः । मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत संजय ।।” कण्ठस्थ करवाया।
सुंदरकांड और श्रीमद्भगवत गीता की व्याख्या
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