[ad_1]
भोपाल12 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

वित्तीय वर्ष खत्म होने में 26 दिन बचे हैं। इसलिए सरकार ने खर्च में दरियादिली दिखाई है। भले कामों की गुणवत्ता हो या नहीं। दरअसल 6 मार्च से 31 मार्च के बीच हर दिन 434 करोड़ रुपए यानी हर घंटे में 18 करोड़ रुपए खर्च करना होगा। इसकी वजह ये है कि बजट लैप्स न हो। इस बारे में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा का कहना है कि विभागों के खर्च की सीमा इस साल में कराए जाने वाले विकास कार्यों के हिसाब से तय की गई है। इस बारे में वित्त विभाग ने बुधवार को बजट रिलीज कर दिया है।
दरअसल सरकार ने 24 विभागों की 31 मार्च 2024 तक पुनरीक्षित
[ad_2]
Source link



