अजब गजब

Madhepura Bihar Aanju Made mushroom a brand by taking idea from YouTube making flour sattu and badi – News18 हिंदी

धीरज कुमार/मधेपुरा. ग्रामीण इलाकों में लोग मशरूम को न जाने पहले किस-किस नाम से पुकारते थे. कोई गोबर छत्ता कहता था तो कोई कुछ और. लेकिन जब धीरे-धीरे लोगों को मशरूम उत्पादन और उससे बने प्रोडक्ट के बारे में जानकारी हुई तो लोगों में ना सिर्फ मशरूम खाने की उत्सुकता बढ़ी, बल्कि मशरूम से तैयार अन्य आइटम भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं. मधेपुरा के कुमारखंड की रहने वाली मशरूम उत्पादक अंजु राज अपने पति के साथ ना सिर्फ मशरूम की खेती में हाथ बंटा रही हैं, बल्कि आयस्टर मशरूम से दर्जनों पौष्टिक वैरायटी तैयार कर रही हैं. जिसकी डिमांड अब पटना तक हो रही है और बिक्री भी जबरदस्त हो रही है.

मशरूम उत्पादक अंजु राज ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि वह और उनके पति पिछले 10 साल से मशरूम उत्पादन कर रहे हैं. शुरुआत के दिनों में लोगों के पास जब मशरूम बेचने जाते थे, तो लोग गोबरछत्ता कहकर रिजेक्ट कर देते थे. शुरुआत के दिनों में मार्केट जमाने में काफी कठिनाई हुई, लेकिन धीरे-धीरे लोग जानने लगे और आज पटना तक से मशरूम से बना आटा, सत्तू और समोसे की डिमांड होती है.

यह भी पढ़ें- Mahashivratri: इन 5 मंदिरों में करें दर्शन, जहां पेड़ भगवान को करते हैं नमन, तो कहीं अक्रांताओं को मिली हार

यूट्यूब से मिला था आइडिया
अंजु राज कहती हैं कि खेती तो बहुत पहले से कर रही हूं, लेकिन पहले मशरूम बेच दिया करते थे, फिर एक दिन यूट्यूब पर मशरूम से बने प्रोडक्ट देखे तो सोचा कि क्यों ना खुद से शुरू किया जाए. आज आधा दर्जन से ज्यादा वैरायटी की मशरूम से बने पौष्टिक आहार तैयार करती हूं. जिसमें मशरूम का आटा, सत्तू, समोसा, बड़ी, नमकीन, मशरूम मिक्सर इत्यादि जो कि कुमारखंड में सबुरी सुदामा मशरूम उत्पादन केन्द्र के नाम से दुकान है, जहां मशरूम से बने ये सभी सामान उपलब्ध हैं.

लोग गोबरछत्ता कहकर रिजेक्ट कर देते थे
लोकल 18 बिहार से बात करते हुए मशरूम उत्पादक अंजु राज बताती है कि मशरूम से तैयार ये पौष्टिक आइटम वह विगत 6 साल से बना रही हैं. जिसका आइडिया उन्हें यूट्यूब से मिला. इसके बाद शुरू किया कच्चे मशरूम से दर्जनों पौष्टिक वैरायटी बनाना और आज आलम यह है कि पटना तक इनके द्वारा तैयार किया गया मशरूम का समोसा, सत्तू और आटा की सेलिंग हो रही है. वहीं, यहां पर मशरूम स्पर्म भी तैयार किया जाता है. आगे वह कहती हैं कि किसी चीज को करने के लिए जुनून होना चाहिए, तो कोई भी काम असंभव नहीं है. जहां पहले लोग गोबरछत्ता कहकर रिजेक्ट कर देते थे आज वो लोग भी यहां से मशरूम से बनी पौष्टिक वैरायटी खरीदकर ले जाते हैं.

Tags: Bihar News, Local18, Madhepura news, Success Story


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!