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एम के जैन. इंदौर3 मिनट पहले
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शास्त्रों में नारी की तुलना आदिशक्ति से की गई है, जिस घर में नारी का सम्मान होता है वह स्वर्ग के समान होता है। घर में कन्या रत्न का होना आवश्यक है, तभी सद्गति की प्राप्त होती है। कन्या जन्म से ही एमबीए होती है, उन्हें ज्ञान होता है कि गृहस्थी का संचालन कैसे किया जाता है, जबकि पुरुष मात्र एक ही जवाबदारी वहन कर सकते हैं।
यह बात शनिवार को मनोहर श्याम शर्मा पाटन वाले गुरुजी के
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