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गुना6 मिनट पहले
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धाकड़-किरार समाज के सम्मेलन को संबोधित करते ज्योतिरादित्य सिंधिया।
आज पूरे ग्वालियर क्षेत्र(नीमच, मंदसौर, उज्जैन, राजस्थान, झालावाड़, ग्वालियर संभाग) में जितने भी आज तक बांध बने हैं, सभी सिंधिया परिवार के पूर्वजों द्वारा किसानों के लिए बनाये हैं। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहां विकास कार्यों में सिंधिया परिवार की छाप न रही हो। सिंधिया परिवार ने 120 वर्ष पहले ग्वालियर में जो हरसी बांध बनाया था, वो आज भी खड़ा है। 120 वर्ष बाद भी वह भारत का नहीं, एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है। आज के बांधों की तरह नहीं, आज जो बांध बनते हैं, कांट्रेक्टर का काम थर्ड ग्रेड होता है। कांट्रेक्टर पैसा लेता है। दो वर्षों में टूट जाता है। लेकिन सिंधिया परिवार द्वारा बनाया गया बांध आज भी चल रहा है।
यह बात केंद्रीय नागर विमानन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य
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