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इस मुक्तिधाम में भी समस्या से मुक्ति नहीं
– फोटो : अमर उजाला
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शहर में मंगलवार रात मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। नए बस स्टैंड के पीछे बने मुक्तिधाम में लोगों को एक युवक की अंत्येष्टि चार पहिया वाहन और मोबाइल टॉर्च के उजाले में करना पड़ी। शाम 7:30 बजे मुक्तिधाम परिसर में चारों ओर अंधेरा पसरा था। मजबूरी में लोगों को वाहनों के उजाले में अंतिम संस्कार करना पड़ा। अब इस मामले में नगर पालिका सीएमओ और अध्यक्ष कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
बता दें कि शहर के मऊ चुंगी रोड निवासी 22 वर्षीय रमेश उर्फ छोटू कुशवाहा की मौत हो गई थी। बीमारी के चलते पिछले एक सप्ताह से उसका ग्वालियर में इलाज चल रहा था। शाम रमेश के परिजन उसका शव लेकर टीकमगढ़ लौटे। मोहल्ले के मनोज यादव ने बताया कि शाम 7:30 बजे परिजन, रिश्तेदार और मोहल्ले के लोग रमेश का अंतिम संस्कार करने बस स्टैंड के पीछे बने नगर पालिका के मुक्ति धाम में पहुंचे। मुक्तिधाम में चारों ओर अंधेरा था। पहले तो हम लोगों ने चौकीदार की तलाश की, लेकिन वहां कोई नजर नहीं आया।
जब काफी देर तक लाइट नहीं जली तो चार पहिया वाहन और मोबाइल टॉर्च की रोशनी में अंतिम संस्कार किया गया। उन्होंने बताया कि अंतिम संस्कार में मौजूद लोगों ने नगर पालिका सीएमओ सहित कर्मचारियों को फोन भी लगाए थे, लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। आखिरकार लोगों को मजबूरी में अंधेरे में अंतिम संस्कार कर वापस लौटना पड़ा।
मामले से अनजान बने अधिकारी
इस मामले में जब नगर पालिका सीएमओ गीता मांझी से बात की गई तो उन्होंने चौकीदार से मामले का पता लगाने की बात कही। उन्होंने कहा कि नगर पालिका के सभी मुक्तिधाम में लाइट का इंतजाम है। इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार ने मामले की जांच कराने की बात कही है।
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