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भोपाल1 मिनट पहले
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विश्वरंग 2023 का तीसरे दिन साहित्य उत्सव में परफॉर्म करने के लिए भोपाल पहुंची। इस दौरान उन्होंने खास बातचीत में बताया कि गजल जज्बातों को जाहिर करने का खालिस तरीका है। उन्होंने कहा कि मैंने तीन साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया, जिसमें पहले शास्त्रीय संगीत सीखा और बाद में समय के साथ गजल की तरफ रुझान बढ़ता गया, गजल गीत की एक मजबूत कड़ी है, गजल के माध्यम से प्यार और दुख के एहसास को बहुत ही उम्दा तरीके से बयां किया जा सकता है, गजल जज्बातों को जाहिर करने का खालिस तरीका है।
इन गीतों ने किया मंत्रमुग्ध… विश्वरंग की सांस्कृतिक
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