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जबलपुर7 मिनट पहले
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उतराखंड के उत्तरकाशी में टनल भिसकने से उसमें 41 मजदूर फंस गए थे। इन मजदूरों को निकालने के लिए सैकड़ों लोगों की टीम ने टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकाला। इस बड़े रेस्क्यू में जबलपुर के सिद्धांत पाल भी सरीख थे। जिन्होंने लेजर मशीन चलाकर सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने में अहम योगदान दिया। सिधांत आई.पी.जी फोटोनिक्स इंडिया कंपनी में लेजर इंजीनियर के पद पर पदस्थ है। सिधांत के इस योगदान से जबलपुर के विजय नगर में रहने वाले उनके परिवार में खुशी का माहौल है। उनका कहना है कि हमें फक्र है कि हमारे बेटे ने लोगों की जान बचाने में अपना योगदान दिया है। लेजर इंजीनियर सिद्धांत पाल ने अपने अनुभव के दम पर ड्रिल मशीन के फंसे ब्लड को लेजर मशीन से काटा था। करीब 24 घंटे तक लगातार सिद्धांत पाल और उनकी टीम ने काम किया जिसके बाद सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकलने का रेस्क्यू शुरू किया गया था

इसी लेजर सोर्स के जरिए काटा गया था ब्लैड्स को।
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