[ad_1]
इंदौर7 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

आज हम आजादी की खुली हवाओं में जो सांस ले रहे हैं, वो हमारे सैनानियों की कुर्बानियों का फल है। जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपनी जान की कुर्बानियां दी। यह उद्बोधन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेकर देश को आजाद कराने में अपना योगदान देने वाले वरिष्ठ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. जगन्नाथ प्रसाद वर्मा की 106वी जयंती पर राष्ट्रीय कवि सत्यनारायण सत्तन ने कहे।मौके पर उपस्थित लोगों ने स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद किया गया। इस अवसर पर सतआयु वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बसंतीलाल पाण्डे को शॉल-श्रीफल देकर सम्मान किया गया।
उत्तराधिकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मदन परमालिया और
[ad_2]
Source link



