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गुना10 मिनट पहले
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किसान ट्रॉली पर ही सो कर रात गुजार रहे हैं।
इस महीने लगातार पड़ रही छुट्टियों का असर किसानों पर भी पड़ रहा है। वह अपनी उपज बेचने के लिए परेशान हो रहे हैं। हालात यह हैं कि कड़कड़ाती ठंड में भी वह रात में मंडी परिसर में खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं। किसी को दूसरों से लिया उधार चुकाना है, तो किसी को मजदूरों, पाइप, थ्रेशर वालों का पेमेंट करना है। यही कारण है कि वे मंडी खुलने से दो दिन पहले ही मंडी परिसर में पहुंच गए हैं। ट्रॉलियों पर ही वह खुले आसमान के नीचे सो रहे हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने रात 1-2 बजे नानाखेड़ी मंडी परिसर पहुंचकर किसानों से चर्चा की। पढ़िये, ग्राउंड रिपोर्ट…
इस महीने 15 दिन बंद रही मंडी यह चुनावी वर्ष है। 17 नवंबर को
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