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भोपाल15 मिनट पहले
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मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता उमा भारती का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में उमा भारती प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उमा, लोधी समाज से बीजेपी को वोट ना देने की बात करती नजर आ रही हैं। साथ ही आरोप लगा रही हैं कि भारतीय जनता पार्टी ने लोधी समाज को कमजोर करने की कोशिश की है। लोधी समाज को हमेशा नकारा है।
वायरल वीडियो में उमा बोल रही हैं कि लंबे समय से लोधी समाज भारतीय जनता पार्टी को वोट देते आ रहा है, लेकिन भाजपा नेता लगातार समाज को नकारने का काम, दबाने का काम और समाज को कमजोर करने का काम कर रहे हैं। इसलिए पूरे प्रदेश से खास कर लोधी समाज के लोगों से अपील करती हूं कि चुनाव में भाजपा को सबक जरूर सिखाएं। लोधी समाज बीजेपी को वोट ना दे।
ये वीडियो वाट्सएप ग्रुप्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया जा रहा है।
अजहर आलम नाम के X यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा कि उमा भारती ने लोधी समाज से की अपील, बीजेपी के बहकावे में न आएं और सोच समझकर मतदान करें।

इसके साथ ही वीडियो वाट्सएप ग्रुप पर भी शेयर हो रहा है।
भास्कर ने उमा के इस वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए पड़ताल की
भास्कर ने वीडियो की सच्चाई जानने के लिए इससे जुड़े फैक्ट्स ढू़ंढे। वीडियो को ध्यान से सुना तो एक बात पता चल गई कि वीडियो में आर्टिफिशियल वॉइस का प्रयोग किया गया है। क्योंकि वीडियो की वॉइस उमा भारती के लिप्सिंग से मैच नहीं हो रही और न ही उमा का अंदाज, यानी वीडियो एडिटेड है।
भास्कर पड़ताल में वायरल वीडिया की सच्चाई सामने आ गई
वायरल वीडियो 28 जनवरी 2023 का है। तब उमा भारती भोपाल में अयोध्या बायपास स्थित हनुमान मंदिर में धरने पर बैठ गई थीं। उस वक्त उमा भारती शराबबंदी को लेकर शिवराज सरकार के खिलाफ मुखर थीं। उमा की शराबबंदी की मांग जब पूरी नहीं हुई तब वो नई शराब नीति की मांग को लेकर धरने पर बैठ गई थीं। इसे लेकर उमा भारती ने एक मंदिर में प्रेस कॉन्फ्रेंस ली थी। इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो को एआई वॉइस लेकर एडिट कर वायरल किया गया है।
पहले दे चुकी हैं विवादित बयान
उमा ने एक साल पहले लोधी-लोधा समाज के युवक-युवती परिचय सम्मेलन में कहा था कि चुनाव के समय मेरी फोटो दिखाकर लोधियों के वोट लिए जाते हैं। सभाओं में मैं भाजपा के लिए वोट मांगूंगी, क्योंकि मैं पार्टी की निष्ठावान सिपाही हूं। फिर भी आप अपना हित देखकर वोट देना, क्योंकि आप भाजपा के निष्ठावान सिपाही नहीं हैं।
निष्कर्ष
वायरल वीडियो एडिटेड है। उमा के पुराने वीडियो में AI वॉइस का इस्तेमाल कर वायरल किया गया है। वीडियो में किया गया दावा भास्कर पड़ताल में झूठा निकला।
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