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21 मिनट पहलेलेखक: अनुज शर्मा/उत्कर्ष राज
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50 का दशक…आजादी के बाद का वक्त। एक ऐसा राजा जो आजादी के बाद राजनीति में आया। विधायक बनने के लिए कांग्रेस का हाथ थामा और फिर चुनाव जीता विधायक बना। लेकिन कुछ ही समय बाद वो राजा प्रदेश का मुख्यमंत्री बन गया। फिर एक दिन ऐसा आया जब सरकार अल्पमत में आ गई। सीधे स्वभाव के राजा राजनैतिक दांव-पेंच से नाराज हो गए। इसकी वजह से सिर्फ 13 दिन में ही मुख्यमंत्री बने राजा को इस्तीफा देना पड़ा। राजा की नाराजगी ऐसी थी कि उन्होंने विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया। उसके बाद कभी राजनीति में नहीं रहे।
आज चुनावी कहानी की इस सीरीज में बात उसी राजा नरेशचंद्र सिंह
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