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भिंड7 मिनट पहले
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क्षमावाणी पर्व पर शहर से निकाली गई शोभायात्रा।
भिंड शहर में जैन समाज द्वारा पर्यूषण पर पर शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान जैन समाज के आचार्य विनिश्चय सागर, मुनि विनय सागर, मुनि प्रतीक सागर समेत हजारों की संख्या में जैन समाज के लोग घरों से निकले। इस दौरान लोगों ने एक दूसरे से पर्यूषण पर्व मनाते हुए क्षमावाणी मांगी। जैनमुनि ने लोगों को क्षमावाणी का महत्व समझाते हुए कहा कि क्षमावाणी से मन की करवाहट खत्म हो जाती है। वाणी से जो एक दूसरे से बोले गए कटु वचन आज के दिन मन की कलुषता से नष्ट हो जाते है।

जैनमुनि का पद पूजन करते हुए जैन समाज के लोग।
क्षमावाणी पर्व पर शहर में 51 बागियों की विशाल शोभायात्रा निकाली गई। ये शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। लोगों ने क्षमावाणी के लिए शोभायात्रा में निकलने वाले लोगों पर फूलों की बरसा की। शहर भर में जगह-जगह शरवत, आइसक्रीम, फल आदि का वितरण किया गया। ये शोभायात्रा किला गेट से शुरू हुई और बजरिया गोल मार्केट सदर बाजार, परेड चौराहा, लश्कर रोड होते हुए, श्री महावीर कीर्ति स्तम्भ जैन मंदिर परिसर में पहुंची। यहां श्रीजी को पांडुशिला में विराजमान कर अभिषेक व शांतिधारा की गई। कार्यक्रम के पश्चात आचार्य विनिश्चय सागर ने अपनी अम्रतबाणी से प्रवचन दिए। मुनि विनय सागर ने जीवों से क्षमायाचना की महत्वता समझाइ। मुनि प्रतीक सागर ने क्षमावाणी का अर्थ विस्तार से बताया और अपनी अमृतबाणी के समान बनाने के लिए क्षमायाचना की, एवं आचार्य विनिश्चय सागर काे पादप्रचलन एवं शास्त्र भेंट किया गया।

पर्यूषण पर्व पर मौजूद जैन मुनिगण।
इस मौके पर शहरभर से हजारों की संख्या में जैन समाज के लोगों ने शोभायात्रा में शामिलहुए। मंच पर विराजमान अतिथि महिलाबाल विकास अधिकारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के समापन के बाद वात्सल्य भोज की व्यवस्था प्रज्ञा संघ के द्वारा की गई। वहीं गुरूओ की सेवा मै तत्पर तैयार रहने बाली संस्था गुरुसेवा परिवार के द्वारा संत कदम सदस्यता अभियान चलाया गया
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