मध्यप्रदेश

Picture putting humanity to shame in Sihora | कीचड़ से सने रास्ते से शव यात्रा पहुंची श्मशानघाट, बारिश में पॉलिथीन लगाकर हुआ अंतिम संस्कार

जबलपुरएक घंटा पहले

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मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में एक बार फिर मानवता को शर्मशार करने वाली तस्वीर समाने आई है। जिस तहसील सिहोरा को लंबे समय से जिला बनाने की मांग चल रही है, वहां के श्मशानघाट में एक शेड नही है, जहां कि अंतिम संस्कार किया जा सकें। इतना ही नही कीचड़ से सनी सड़कों से होकर शव को ले जाया गया। और फिर बरसते पानी में पॉलिथीन लगाकर अंतिम संस्कार किया गया। सिहोरा नगरपालिका के दो वार्डों के लिए प्रशासन ने श्मशानघाट बनवाया तो जरूर पर वहां सुविधा इतनी भी नही कि शव का अंतिम संस्कार किया जा सकें।

कीचड़ से सने रास्ते से निकली शव यात्रा।

कीचड़ से सने रास्ते से निकली शव यात्रा।

सिहोरा के वार्ड नंबर 9 पहरेवा निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग पिक्कू लाल गोटिया का बीतें दिनों निधन हो गया था। परिजनों समेत रिश्तेदारों के आने के बाद बुजुर्ग की अंतिम यात्रा निकली, और शव को अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट ले जाया गया। बरसते पानी में कीचड़ भरे रास्ते से जैसे- तैसे बुजुर्ग की अंतिम यात्रा शमशान घाट तक तो पहुंच गई। पर वहां ना शेड था और ना ही व्यवस्था। ऐसे में परिजनों ने प्लास्टिक की पॉलिथीन लगाकर बरसते पानी में बुजर्ग का अंतिम संस्कार किया।कीचड़ से शव की अंतिम यात्रा और फिर बरसते पानी में पॉलिथीन लगाकर दाह संस्कार का वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। यह वीडियो विकास के तमाम दावों की पोल भी खोल रहा है। इसी सिहोरा नगरपालिका को जिला बनाने की कई सालों से मांग भी उठ रही है।

श्मशानघाट के लिए 1 साल पहले स्वीकृत हो चुका है शेड।

श्मशानघाट के लिए 1 साल पहले स्वीकृत हो चुका है शेड।

अंतिम संस्कार में शामिल हुए एक व्यक्ति ने जिला प्रशासन के दावों की पोल खोलते हुए यह वीडियो बनाया और फिर उसे वायरल कर दिया। बताया जा रहा है कि शमशानघाट पर तीन शेड बनने का ठेका भी हुआ है। पर ठेकेदार ने बनाया नहीं, जिसके कारण बारिश के मौसम में अंतिम संस्कार को लेकर काफ़ी परेशान होना पड़ता है। इस खुले श्मशानघाट में सिहोरा नगरपालिका के दो वार्डों के लोग अंतिम संस्कार के लिए आते हैं।

सिहोरा नगर पालिका सीएमओ लक्ष्मण सिंह सरस ने भी माना कि श्मशानघाट में ठेकेदार को टीन शेड बनाने बोला गया है। जल्द ही शमशान घाट में तीन शेड बनकर कंपलीट हो जाएंगे। सीएमओ के इस आश्वाशन के बाद हमने नगरीय प्रशासन की बागडोर संभाल रहीं अपर कलेक्टर मिशा सिंह से भी बात करने की कोशिश की गई। उन्हें फोन भी लगाया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नही किया। सिहोरा विधानसभा से विधायक नंदनी मरावी से भी फोन पर संपर्क किया, पर उनका फोन नही लगा।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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