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शहडोल16 मिनट पहले
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कॉलरी प्रबंधन ने भूमि अधिग्रहण के बदले मुआवजा और नौकरी नहीं देने से नाराज किसानों ने चुनाव बहिष्कार और वृहद आंदोलन करने का ऐलान किया। किसानों ने सोमवार को इस संबंध में कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपा है। किसानों ने कलेक्टर को बताया कि सोहागपुर एरिया की खैरहा भूमिगत खदान ने वर्ष 2017 में किसानों की 1155 एकड़ भूमि का अधिगृहण कर लिया था।
इसके बदले प्रबंधन को मुआवजा और 501 किसानों को नौकरी देना था लेकिन 5 साल बीत जाने के बाद भी कॉलरी प्रबंधन ने किसानों को मुआवजा और नौकरी नहीं दी है।
बिलासपुर में लंबित है फाइल
प्रभावित किसानों ने कलेक्टर वंदना वैद्य को बताया कि किसानों के मुआवजे की फाइल एसईसीएल के बिलासपुर हेड क्वार्टर में लंबित है। प्रबंधन चाहे तो तत्काल फाइल की प्रक्रिया को पूरी करते हुए मुआवजा वितरण का कार्य शुरू कर सकते हैं। लेकिन प्रबंधन जानकर फाइल को बिलासपुर में लंबित करके रखा है ताकि आचार संहिता लागू होने के बाद प्रक्रिया में और देरी की जा सके।
किसानों ने कहा- नहीं डालेंगे वोट
ग्राम पंचायत खन्नाथ और खैरहा के किसानों ने कलेक्टर को बताया कि हम लोग पिछले 5 साल से परेशान है। प्रबंधन सिर्फ किसानों को आश्वासन देता है। दस्तावेजों के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। इस कारण हम किसानों ने आपसी सहमति से निर्णय लिया है कि यदि 21 सितंबर के पहले हम किसानों के मुआवजे का भुगतान नहीं होता तो ग्राम पंचायत खन्नाथ और खैरहा में चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
22 सितंबर से करेंगे क्रमिक अनशन
किसानों ने कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बताया कि 22 सितंबर से किसान सांकेतिक क्रमिक धरना प्रदर्शन करेंगे। यह आंदोलन खैरहा खदान के गेट में किया जाएगा। किसानों का कहना है कि 21 सितंबर तक यदि प्रकरण का निराकरण कर दिया जाएगा तो आंदोलन नहीं करेंगे।
25 को गेट बंद करके करेंगे प्रदर्शन
प्रभावित किसानों का कहना है कि 3 दिन के सांकेतिक क्रमिक अनशन के बाद 25 सितंबर को विशाल विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें किसान खैरहा खदान का उत्पादन बंद करवाते हुए गेट बंद करेंगे।
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