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भोपालएक घंटा पहले
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कहा जाता है कि बेटियां पिता के लिए बहुत प्यारी होती हैं। पिता का लगाव भी बेटों से ज्यादा बेटियों पर होता है। ऐसा ही कुछ रविवार को शाहपुरा इलाके में स्थित एक परिवार में नजर आया। यहां पिता के निधन पर बेटियों ने पिता की अर्थी उठाई। वहीं, बेटियों की मानें तो उनका कोई भाई नहीं है, इसलिए उन्होंने ऐसा किया। उनका यह भी कहना है कि सिख समाज में बेटा और बेटी को समान दर्जा दिया गया है। इसलिए ऐसा करने में लिहाज नहीं।
बता दें कि रिटायर्ड पीडब्ल्यूडी सेक्रेटरी सुरजीत सिंह (87) का निधन शनिवार देर रात बीमारी के कारण हुआ। उनका अंतिम संस्कार उनकी दोनों बेटियों ने किया।

दोनों बहनों नवनीत कौर और सुनीत कौर ने पिता की अर्थी को कांधा दिया।
बेटा-बेटी को समान दर्जा
सुनीत कौर ने बताया कि हमारा कोई भाई नहीं है। मेरी एक बहन नवनीत कौर हैं। जब पिता का देहांत हुआ, तो हमने ही अंतिम संस्कार किया। ऐसा पहली बार हुआ है, यह कहना ठीक नहीं है। क्योंकि हमारे समाज में पुरुष और महिलाओं को समान दर्जा दिया है, तो ऐसा करने में बुराई नहीं है। बता दें कि सुनीत कौर मैनिट के सिविल डिपार्टमेंट में फैकल्टी हैं। वहीं, नवनीत कौर दूरदर्शन में डिप्टी डायरेक्टर जनरल हैं।

सुरजीत सिंह का शनिवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।
सुरजीत सिंह के बारे में
रिटायर्ड पीडब्लूडी सेक्रेटरी सुरजीत सिंह ने 58 वर्ष की आयु में कानून की डिग्री प्राप्त की। 70 वर्ष की उम्र में सिविल इंजीनियरिंग की एमटेक की डिग्री प्राप्त की है। वहीं, नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पैनल आर्बिट्रेटर भी रहे हैं। वह लंबे समय से बीमार थे। उनका अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट पर किया गया।
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