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खंडवा4 मिनट पहले
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सीएम के काफिले को दिखाएं थे काले झंडे।
खंडवा में करनी सेना के पदाधिकारियों पर पुलिस ने प्रतिबंधात्मक धाराओं में केस दर्ज कर किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के काफिले को काले झंडे दिखाएं थे। जब सीएम शिवराज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ दादाजी मंदिर दर्शन कर सभास्थल जा रहे थे, उसी दौरान गणेश गौशाला के पास करनी सैनिकों ने प्रदर्शन कर दिया था।
करनी सेना के शहर अध्यक्ष सुरेश पंवार (शिवा दादा) का कहना था कि विरोध की वजह सीएम शिवराजसिंह का आश्वासन देकर मुकर जाना है। आरक्षण सहित कई मुद्दों को लेकर राजधानी भोपाल में करनी सेना ने आंदोलन किया था। तब शिवराजसिंह और उनके मंत्रियों ने लिखित में आश्वासन दिया था कि उनकी मांगे पूरी की जाएगी। लेकिन सरकार ने अब तक उन मांगों पर विचार तक नहीं किया। यह सरकार का दोगलापन है, आश्वासन सिर्फ आंदोलन और स्वर्ण समाज के आक्रोश को दबाने के लिए था। इसीलिए खंडवा पहुंचे सीएम शिवराजसिंह के काफिले को काले झंडे दिखाएं।
इधर, थाना पदमनगर टीआई अशोकसिंह चौहान ने शिवा पिता देवीसिंह पंवार, मोहनसिंह पिता कालुसिंह सावनेर दोनों निवासी संजय नगर जितेन्द्र पिता हौसीलाल पंवार निवासी नवकार नगर के खिलाफ धारा 188 में प्रकरण दर्ज किया है। प्रकरण में कलेक्टर के आदेश के उल्लंघन और दो दिन देरी से केस दर्ज करने पर टीआई अशोकसिंह के वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त होने का हवाला दिया गया है।
बता दें कि बुधवार को हुए घटनाक्रम के बाद पदमनगर पुलिस ने करनी सेना के एक दर्जन पदाधिकारियों को हिरासत में ले लिया था। तब धारा 151 लगाई थी, तीनों पदाधिकारियों को एसडीएम ने कोर्ट ने जमानत दे दी थी। मामले में करनी सेना प्रदेशाध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर नाराजगी जताई थी। लेकिन उनकी नाराजगी का कोई असर नहीं हो पाया। पुलिस ने पहले 151 और बाद में 188 में अपराध दर्ज कर लिया।

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