National Seminar at Maharaja Ranjit Singh College, Indore | विद्वान बोले- आधुनिक विज्ञान को अभिव्यक्त करने में हिंदी भाषा पूरी तरह समर्थ

रतनजीत सिंघ शैरी.इंदौर34 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
आधुनिक विज्ञान को अभिव्यक्त करने में हिंदी भाषा पूरी तरह समर्थ है। नैनो टेक्नालॉजी जैसे नवीनतम विषय को भी हिंदी में समझाया जा सकता है।
यह बात मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी के प्रो.धर्मेंद्र शर्मा ने महाराजा रणजीत सिंह कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल साइंसेस में वैज्ञानिक तथा पारिभाषिक शब्दावली आयोग के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में शनिवार को अपना शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए कही। डॉ. शर्मा ने बहुत सरल भाषा में रसायन शास्त्र के क्षेत्र में प्रयुक्त होने वाली नैनो टेक्नोलॉजी को बताया। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतिभा शर्मा ने रसायन शास्त्र में प्रयुक्त होने वाले विविध उपकरणों, प्रयोगशाला सुरक्षा और रोजगार के विभिन्न अवसरों की जानकारी प्रदान की। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय भोपाल के प्रो. नीलाभ तिवारी ने प्राचीन भारत में प्रचलित वैज्ञानिक शब्दावली को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया। डॉ. मनोज जोशी ने गणित के क्षेत्र में उपयोग की जाने वाली वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली की जानकारी दी। प्रो. महिमा जैन ने भौतिकी में नैनो टेक्नोलॉजी के प्रमुख बिंदुओं को रेखांकित किया। प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. आनंद निघोजकर ने अतिथियों का स्वागत किया। संयोजक डॉ. दीपक शर्मा ने अतिथियों का परिचय दिया।
डॉ. पुष्पेन्द्र दुबे ने बताया सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए गये। इस अवसर पर माता गुजरी कॉलेज की प्राचार्य डॉ. ममता श्रीवास्तव, आयोग के सह निर्देशक डॉ. शिवकुमार चौधरी, प्रो. ऋचा जोशी, डॉ. मितैश चौधरी, डॉ. लाल कुमार, प्रो सीमा शिंत्रे, प्रो शिफा गोयल, ललिता गोयल, डॉ. निलेश मण्डलोई, प्रो प्रवीण शर्मा, डॉ. प्रदीप पुरे सहित अनेक प्राध्यापक और शोधार्थी उपस्थित थे। संचालन डॉ. दीपिका चौधरी ने किया। आभार डॉ. दीपक शर्मा ने माना।
Source link