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जबलपुर34 मिनट पहले
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जबलपुर में एक बार फिर रेलवे स्टेशन के बाहर आटो चालकों और ईरिक्शा चालकों की यात्रियों के साथ बदसलूकी करने का मामला सामने आया है। महज थोड़ा सा धक्का लगने के कारण ईरिक्शा चालकों ने एक यात्री के साथ सरेराह जमकर मारपीट की। यात्री के साथ मारपीट करने का वीडियो जब सामने आया तो पुलिस ने भी इस पर संज्ञान लिया है। वीडियो कुछ दिन पहले का बताया जा रहा है। यह वीडियो ग्वालियर निवासी सत्येन्द्र रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए संस्कारधानी के लोगों पर सवाल खड़े कर दिए है।
जबलपुर मुख्य रेलवे स्टेशन के बाहर ईरिक्शा चालकों ने मिलकर एक यात्री के साथ सिर्फ इसलिए मारपीट कर दी कि वह सड़क पर चलते हुए ईरिक्शा से टकरा गया था। ई रिक्शा से टकराते ही चालक उसके पास आया और यात्री को गंदी-गंदी गालियां देने लगा। यात्री ने जब विरोध किया तो वहां पर मौजूद अन्य चालकों ने मिलकर उस यात्री की बेरहमी से पिटाई कर दी। स्टेशन के बाहर पुलिसकर्मी मौजूद थे लेकिन सभी तमाशबीन बनकर नजारा देखते रहे, लेकिन कोई भी यात्री को बचाने नहीं गया।
ग्वालियर निवासी सत्येन्द्र रावत ने स्टेशन के बाहर का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया में वायरल किया। रेलवे स्टेशन जबलपुर के 6 नंबर प्लेटफार्म के बाहर हुए विवाद के वीडियो को ट्विटर अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा है कि अभी तक सुना था कि जबलपुर को संस्कारधानी कहा जाता है लेकिन एक निर्दोष पर मारपीट करते हुए देखा तो सोचने पर मजबूर हो गया कि क्या यही जबलपुर के संस्कार हैं।
सत्येन्द्र रावत ने यह भी लिखा कि एक निर्दोष को ई रिक्शा चालक मिलकर थप्पड़ मार रहें है। और यहां के लोग तमाशबीन बनकर तमाशा देख रहे हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है जब ऑटो चालक या ई रिक्शा चालकों ने किसी यात्री की पिटाई की है। जबलपुर में ऑटो और ई रिक्शा चालकों की गुंडागर्दी चरम पर है। यह आए दिन किसी न किसी के साथ मारपीट करते रहते हैं। वीडियो सामने आने के बाद जबलपुर पुलिस मारपीट करने वाले ई रिक्शा चालकों की तलाशी शुरू कर दी है। नगर पुलिस अधीक्षक पंकज मिश्रा का कहना है कि वायरल वीडियो संज्ञान में आया है जिसकी जांच की जा रही है। मुख्य रेलवे स्टेशन के बाहर ई रिक्शा चालक और ऑटो चालकों की पतासाजी होते ही उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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