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इंदौरएक घंटा पहले
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मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले इंदौर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी और विधायकों के खिलाफ बगावत तेज करना शुरू कर दिया है। विधानसभा पांच और राऊ के बाद विधानसभा-1 के बीजेपी कार्यकर्ता पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता के खिलाफ शिकायत करने भोपाल पहुंचे। और गुप्ता को टिकट नहीं देने की सभी ने बात रखी। कार्यकर्ताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री एंव चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के सामने गुप्ता का विरोध भी किया।

नाराज कार्यकर्ताओं ने वीडी शर्मा से की मुलाकात।
भोपाल पहुंच कर सभी नाराज कार्यकर्ता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से भी मिले थे। इस दौरान बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं पूरा प्रदेश में घूम रहा हूं। बीजेपी के कार्यकर्ता पूरे आत्मविश्वास के साथ आने वाले चुनाव का सामना करेंगे। हम दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाएंगे। किसी कोने में 5-10 कार्यकर्ता शोर मचा दें तो इसका मतलब यह नहीं की बीजेपी के कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं।

कर्यकर्ताओं ने कैलाश विजयवर्गीय से मिलकर कही मन की बात।
शुक्रवार दोपहर तख्तियों में नारे लिखकर सड़क पर उतरे थे ये कार्यकर्ता
इंदौर में विधानसभा सीट नंबर-5 के बाद इंदौर-1 के नाराज कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को पूर्व विधायक के खिलाफ रैली भी निकाली थी। रैली में कार्यकर्ता अमित शाह से न्याय की गुहार लगाते हुए नारे लगा रहे थे। उनके हाथ में मौजूद तख्तियों में अमित शाह न्याय करो, भाजपा जिंदाबाद जैसे नारे लिखे हुए थे। इंदौर में विरोध तब हो रहा है, जब प्रवासी विधायक इंदौर की सभी विधानसभा सीटों की जमीनी हकीकत देखने आए हुए हैं। कार्यकर्ता सीट नंबर-5 में विधायक महेंद्र हार्डिया, सीट नंबर-1 में पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता और राऊ प्रत्याशी मधु वर्मा का विरोध कर रहे हैं। बता दें कि मधु वर्मा का नाम 39 हारी हुई विधानसभा के प्रत्याशियों वाली लिस्ट में है।

इंदौर में भी जताया था विरोध।
सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को गुजरात के प्रवासी विधायकों की गोपनीय बैठक हुई। बैठक में संभागीय प्रभारी राघवेंद्र गौतम, चुनाव संयोजक बाबू सिंह रघुवंशी, आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा और नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे मौजूद रहे। प्रवासी विधायकों ने कहा कि विधायक और पूर्व विधायकों के प्रति कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर इन्हें टिकट दिया गया तो पार्टी को नुकसान होगा। भाजपा चुनाव हार जाएगी।
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