When the bail was canceled, the police station left on notice | पुलिस के ‘करीबी’ की डीसीपी से शिकायत के बाद हुई गिरफ्तारी, अब रिमांड पर है बदमाश

इंदौरएक घंटा पहले
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इंदौर के विजयनगर थाने में नकली पुलिसकर्मी बन तीन स्टूडेंट को धमकाने वाले आरोपी की दो बार कोर्ट से जमानत खारिज हो गई। मंगलवार को नाटकीय तरीके से जांच अफसर ने उसे नोटिस पर छोड़ दिया। मामले में पीड़ित ने पक्ष को जानकारी लगी। उन्होंने डीसीपी को जानकारी दी। डीसीपी ने जमानत खारिज होने के बाद पूरे मामले में जांच अफसर को फटकार लगाई। और बुधवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। यहां उसे एक दिन का रिमांड लसूड़िया पुलिस को सौंपा गया। अब उससे पूछताछ की जाएगी कि वह विजयनगर थाने पर किन लोगों के संपर्क में था।
डीसीपी अभिषेक आंनद के मुताबिक विजयनगर में स्टूडेंट को ब्लेकमेल कर झूठे केस में फंसाने की धमकी देने वाले अजय पुत्र राकेश कुमार शर्मा को निवासी स्कीम नंबर 78 को बुधवार को गिरफ्तार किया गया। उसका कोर्ट से तीन दिन का रिमांड पूछताछ के लिये मांगा गया। कोर्ट ने पुलिस को एक दिन का रिमांड सौंपा है। उसे गुरुवार को फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दो बाद कोर्ट से हुई जमानत खारिज
अजय पर लसूड़िया थाने में धारा 170 195क और 506 के तहत एफआईआर दर्ज हुई थी। अजय ने दो बार कोर्ट में जमानत याचिका लगाई। कोर्ट ने जमानत देने से इंकार कर दिया। इधर मंगलवार को अजय वकीलों को लेकर लसूड़िया थाने पहुंचा। वह एएसआई सुरेश यादव से गिरफ्तारी का नोटिस लेकर चला गया। देर शाम मामले की जानकारी पीड़ित आशीष को लगी। उसने डीसीपी अभिषेक आनंद और एडिशनल डीसीपी अमरेन्द्रिंसह से बात की। उन्होंने एएसआई यादव द्वारा इस तरह से छोड़े जाने काे गलत बताया। टीआई तारेश सोनी को अजय को थाने से गिरफ्तारी लेने के बाद कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए।
क्या था मामला
अजय ने ऑनलाइन सट्टे के केस में विजयनगर थाने में बंद स्टूडेंट को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी। अजय शर्मा का विजयनगर थाने पर आना-जाना था। यहां तीन स्टूडेंट को संजय धुर्वे और मुकेश लोधी ने मोबाइल पर लूडो गेम खेलने को लेकर केस दर्ज कर दिया। सूत्रों के मुताबिक उसे छोड़ने के बदले कुछ पुलिसकर्मियों ने पैसे लिए। इस मामले में डीसीपी अभिषेक आंनद से शिकायत की गई। उन्होंने दोनों पुलिसकर्मियों पर जांच बैठाकर उन्हें थाने से हटा दिया।
उनके पक्ष में अजय तीनों नाबालिगों को कॉल कर धमकाने लगा। उसने कहा कि वे अपनी शिकायत वापस लेकर दोनों पुलिसकर्मियों से समझौता कर ले। नहीं तो वह तीनों का करियर खराब कर देगा और उन्हें झूठे केस में फंसा देगा। स्टूडेंट के रिश्तेदार आशीष जादौन ने शिकायत डीसीपी से की। उन्होंने परदेशीपुरा एसीपी भूपेन्द्रसिंह को जांच सौपी। उन्होंने विजयनगर टीआई रवीन्द्र गुर्जर के बयान लिये तो पता चला कि अजय का थाने पर आना-जाना था। वह खुद को पुलिसकर्मी भी बताता था। इस मामले में टीआई विजयनगर ने उसके पुलिसकर्मी होने की बात से इंकार किया। अजय को लेकर लसूड़िया थाने में केस दर्ज किया गया।
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