छतरपुर. 10 जुलाई से हड़ताल पर चल रहीं प्रदेश भर की सरकारी नर्सों ने अपनी मांगों के प्रति सरकार को सजग करने के लिए भगवान के सामने अर्जी लगाई। नर्सों ने जिला अस्पताल में बनाए गए धरना स्थल पर ही सुंदरकांड का पाठ करते हुए ईश्वर से सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की। इस अवसर पर नर्सों ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए अपनी आवाज बुलंद की और आने वाले दिनों में आंदोलन को और उग्र करने की बात कही।
नर्स एसोसिएशन की ओर से वर्षा चतुर्वेदी ने बताया कि प्रदेश की सभी शासकीय नर्सें पिछले कई वर्षों से अपनी मांगों के लिए सरकार से प्रार्थना कर रही हैं। हमारी 15 सूत्रीय मांगों में से सरकार ने पिछले वर्ष 5 मांगें पूरी कर दी थीं लेकिन अब भी 10 मांगें पूरी नहीं हो पाई हैं। इनमें पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने, सेकेण्ड ग्रेड-पे उपलब्ध कराए जाने, नाइट ड्यूटी का अतिरिक्त भत्ता दिए जाने की प्रमुख मांगें शामिल हैं।
नर्सों ने कहा कि जिला अस्पताल सहित जिले के अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों पर काम करने वाली नर्सें भी इस हड़ताल में एकजुट हैं। यदि हमारी मांगें पूरी नहीं की गईं तो अस्पतालों में मरीजों को भारी दिक्कतें होंगी। वर्षा चतुर्वेदी ने कहा कि सोमवार को सभी नर्सें सोमवती अमावस्या के अवसर पर अस्पताल में ही पूजन करते हुए सरकार को सद्बुद्धि देने की मांग करेंगी।
अस्पताल में बिगड़ रहे हालात, मरीज परेशान
जिला अस्पताल में नर्सों की हड़ताल के कारण हालात बिगड़ने लगे हैं। पिछले 5 दिनों से लगातार मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी नर्सों के हड़ताल पर जाने के कारण संविदा पर काम करने वाली नर्सों व प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज से आने वाली प्रशिक्षु नर्सों से वैकल्पिक व्यवस्थाएं संचालित की हैं लेकिन फिर भी जिला अस्पताल में मौजूद मरीजों के अत्यधिक भार के कारण यह व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही हैं।



