गंभीर लापरवाही और उदासीनता बरतने पर कलेक्टर ने की कार्रवाई | Collector took action on serious negligence and indifference

खरगोन41 मिनट पहले
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जिला प्रशासन ने मनरेगा योजना में लापरवाही बरतने वाले 7 रोजगार सहायकों को संविदा सेवा समाप्ति का कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
कलेक्टर द्वारा शासन की योजनाओं में लापरवाही बरतने वालों पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। गुरुवार को मनरेगा योजना में लापरवाही और उदासीनता का मामला सामने आने पर 7 रोजगार सहायकों को संविदा सेवा समाप्ति का कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है। सातों रोजगार सहायकों द्वारा मनरेगा योजना में आधार आधारित भुगतान के लिए ग्रामीणों से आधार प्राप्त कर मनरेगा पोर्टल पर वेरिफिकेशन कार्य करने के निर्देश थे। इसके बावजूद समय सीमा में कार्य पूर्ण नही किया।
थरदपुरा में 753 सक्रिय श्रमिकों के विरुद्ध 308, पलासकुट में 1503 में से 927,रायसागर में 1385 में से 865, कदवाली में 1048 में से 620, धुलकोट में 2541 में से 1175, अम्बा में 1687 में 978 और मण्डवखेड़ा ग्राम पंचायत के अम्बा में 1254 में से 773 सक्रिय श्रमिकों का वेरिफिकेशन किया गया। जिनकी उपलब्धि कम पाई गई। इसके अलावा मनरेगा योजना में मजदूरों के नियोजन, समय पर मस्टर फिल न करना, NMS और जियोटेग का कार्य भी निर्धारित समय सीमा में नहीं किया गया था।
इसी के चलते थरदपुरा के ग्राम रोजगार सहायक मनीष अटोदे, पलासकुट के इस्तर बड़ोले, रायसागर के गजराज अलावे, कदवाली के सुरेश सिसोदिया, धुलकोट की प्रियंका सेंगर, ग्राम पंचायत अम्बा/सिरवेल (अतिरिक्त) सुभाष सिसोदिया और माण्डवखेड़ा ग्राम पंचायत भगवानपुरा के गुलाब कनासे पर कार्रवाई की गई है।
भगवानपुरा जनपद के इन सभी 7 रोजगार सहायकों को 5 जून तक समाधान कारक जवाब प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया है। अन्यथा एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी।
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