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Cyclone Mocha: म्यांमार-बांग्लादेश सीमा के निचले इलाकों से लोगों को न‍िकालने के आदेश, रव‍िवार को चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ के आने का अनुमान

हाइलाइट्स

कॉक्स बाजार में 8,600 वॉल‍ेंट‍ियर्स और 3,400 रोहिंग्या स्वयंसेवकों को तैनात किया गया.
बांग्लादेश ने मछली पकड़ने वाली नौकाओं पर गहरे समुद्र में जाने पर प्रतिबंध लगाया.
बांग्लादेश में नवंबर 2007 के चक्रवात सिद्र ने ले ली थी 3 हजार लोगों की जान.

यांगून (म्यांमार): बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में एक चक्रवात विकसित होने के आसार हैं. चक्रवात मोचा (Cyclone Mocha) के रविवार को बांग्लादेश-म्यांमार सीमा (Bangladesh-Myanmar border) पर दस्तक देने का अनुमान है. चक्रवात मोचा के आने के बाद करीब 145 किलोमीटर (90 मील) प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है. इसके चलते म्यांमार और बांग्लादेश में हजारों स्वयंसेवकों की तैनाती की गई है और निचले इलाकों से लोगों की निकासी के आदेश द‍िए गए हैं.

मौसम विज्ञान कार्यालय ने निचले तटीय क्षेत्र के लिए 1.5 और दो मीटर (5-6 फीट) के बीच उठने वाले तूफान की भविष्यवाणी की. इन क्षेत्रों में बांग्लादेश की साइड में सैकड़ों हजारों रोहिंग्या शरणार्थियों (Rohingya volunteers) की मेजबानी करने वाले विशाल शिविरों (Refugee camps) वाले घर हैं. तूफान की तैयारी के लिए 60 वर्षीय थार टिन माउंग को म्यांमार के रखाइन राज्य के अपने गांव से सितवे शहर ले जाया गया.

ये भी पढ़ें- Cyclone Mocha: साइक्लोन ‘मोचा’ दस्तक को तैयार! कहां-कितनी मचेगी तबाही? इन राज्यों में दिख सकता है असर

उन्होंने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया क‍ि जैसा कि यह नदी के प्रवेश द्वार पर स्थित है. हमारा गांव एक छोटे से तूफान (storm) का भी विरोध नहीं कर सकता है. उन्‍होंने यह भी कहा क‍ि कुछ लोग ऐसे होंगे जो गांव से बाहर नहीं जा सकते हैं और मुझे उनकी चिंता है.

बांग्लादेश के चक्रवात तैयारी कार्यक्रम के निदेशक अहमदुल हक ने कहा कि उन्होंने कॉक्स बाजार में 8,600 वॉल‍ेंट‍ियर्स और 3,400 रोहिंग्या स्वयंसेवकों को शरणार्थी शिविरों में तैनात किया गया. उन्होंने बताया क‍ि विशेष रूप से, हम पहाड़ी ढलानों (hill-slopes) पर रहने वाले लोगों को सतर्क कर रहे हैं क्योंकि चक्रवात की वजह से भारी बारिश होगी ज‍िससे भूस्खलन हो सकता है. बांग्लादेश ने मछली पकड़ने वाली नौकाओं के गहरे समुद्र (deep sea) में जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया.

बांग्लादेश आखिरी बार नवंबर 2007 में एक सुपर तूफान की चपेट में आया था, जब चक्रवात सिद्र (Cyclone Sidr) ने देश के दक्षिण-पश्चिम में तबाही मचाई थी. इस तबाही में 3,000 से अधिक लोग मारे गए थे और अरबों डॉलर का नुकसान हुआ था. मई 2008 में म्यांमार में चक्रवात नरगिस (Cyclone Nargis) ने सबसे बुरी प्राकृतिक आपदा मचाई थी. म्यांमार में कम से कम 1,38,000 लोगों को मृत या लापता कर दिया था.

Tags: Bay of Bengal Cyclone, Cyclone


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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