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जबलपुर13 मिनट पहले
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जबलपुर में बल्देवबाग स्थित कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ के मामले में दो दिन बीत चुके हैं। बावजूद इसके कोतवाली और लार्डगंज थाना प्रभारी को नहीं हटाया गया है। इसके बाद पूर्व मंत्री और विधायक तरुण भनोट ने जबलपुर पुलिस को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि जबलपुर एसपी टीके विद्यार्थी सरकार के गुलाम हैं। जैसा सरकार बोलेगी, वह वैसा ही करेंगे। यही कारण है कि दोनों थाना प्रभारी की गलती होने के बावजूद उन्हें नहीं हटाया गया।
गौरतलब है कि गुरुवार को बजरंग दल के द्वारा कांग्रेस कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की गई थी। कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया था कि घटना के दौरान पुलिस का कोई भी जिम्मेदार मौके पर मौजूद नहीं था। जिसके कारण शहर में निंदनीय घटना हुई थी।

साधु–संतो से की अपील- उपद्रवियों को सनातन धर्म से बाहर का रास्ता दिखाएं
पूर्व मंत्री और विधायक तरुण भनोट ने कहा कि भगवान श्रीराम और उनके अनन्य भक्त बजरंगबली का नाम लेकर जिस प्रकार से बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा गाली गलौज करते हुए कांग्रेस कार्यालय तोड़फोड़ की गई है, वह गलत है। जहां सनातन धर्म कभी भी ऐसी शिक्षा नहीं देता। वहीं, उन्होंने साधु- संतों से भी अपील करते हुए कहा कि इस प्रकार से भगवान श्रीराम का नाम लेकर उत्पात मचाने वाले तत्वों को सनातन धर्म से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए। सनातन धर्म कभी भी इस प्रकार की शिक्षा नहीं देता।
कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ के मामले में यह हुए गिरफ्तार
- सुमित सिंह ठाकुर
- सत्यम रैकवार
- संदीप चक्रवर्ती
- सतीश केवट
- राहुल बाकले
- अचल सिंह राठौर
- गौरव सोनकर
- विशाल सोमानी
- वीरेंद्र उर्फ वीरू यादव
- विक्रम सिंह ठाकुर
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