मध्यप्रदेश

विधानसभा श्मशान नहीं कि जहां पर सब चुप रहेंगे | Assembly is not a crematorium where everyone will remain silent


जबलपुर37 मिनट पहले

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मध्य प्रदेश की विधानसभा में लोकसभा की तुलना में हंगामा कम और काम ज्यादा हुआ है। यह कहना है मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम का। जबलपुर प्रवास पर मीडिया से चर्चा के दौरान विपक्ष के हंगामे को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि विधानसभा कोई श्मशान घाट नहीं है, कि यहां आकर सब चुप रहेंगे और जैसे श्मशान घाट में जलते हुए देखते है वैसे देखते रहेगें। विधानसभा में विधायक चुनकर आते है, इसलिए वह अपनी समस्याओं को उठाते है।

विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि हमारा काम है कि विधानसभा बाजार न बन पाए, जैसे बाज़ार में शोर- शराबा होता है वैसा शोर गुल न हो। विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है इसलिए हंगामा होता ही है। गिरीश गौतम ने दावा किया कि मध्यप्रदेश विधानसभा में लोकसभा से ज्यादा काम हुआ है, जबकि लोकसभा में काम कम हुआ है, इसकी वजह ज्यादा हंगामा होना है।

शराब बंदी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को इससे नुकसान होगा। अहाते बंद करने से जरूर असर दिखाई दे रहा है। उन्होंने शराब को समाज के लिए कोढ़ बताया। उन्होंने कहा कि, लेकिन शराबबंदी के मामले में हम सबके सामने बिहार भी एक उदाहरण है, वहां शराबबंदी होने पर भी लोग पड़ोसी राज्यों से शराब लेकर आते है, इसलिए शराबबंदी समस्या का हल नहीं है।

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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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