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बुरहानपुर (म.प्र.)32 मिनट पहले
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बुरहानपुर के पांच इमली में एक बाबा पर्चा लिखकर बिना पूछे समस्या बता रहे हैं। यहां न सिर्फ मप्र के विभिन्न जिलों, बल्कि महाराष्ट्र से भी काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। इतना ही नहीं, लोगों का कहना है कि उन्हें यहां आकर फायदा भी पहुंच रहा है। जिस तरह बागेश्वर धाम में धीरेंद्र शास्त्री महाराज पर्चा लिखते हैं ठीक उसी तरह यहां भी विलास महाराज पर्चा लिखकर बीमारियां बता रहे हैं।
दरअसल, बुरहानपुर जिले के नेपानगर तहसील के पांच ईमली गांव में बाबा विलास महाराज खुद ही लोगों का दुख समझने का दावा करते हैं और पर्चा बनाकर उपचार के साथ देते हैं। यहां कानिफनाथ नवनाथ बाबा का मंदिर है। जहां तीन पीढ़ी से दरबार लग रहा है। विलास महाराज कहते हैं कि मैं सात साल का था, तब से यहां सेवा कार्य में जुट गए थे।

दावा-दुःख लेकर आते हैं, हल होती है परेशानी
इन दिनों पांच इमली गांव चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां लगने वाले दरबार में आने वाले लोग कहते हैं कि दुःख लेकर आते हैं, और परेशानी हल हो जाती है। यहां बाबा विलास महाराज जो कि बाबा के शिष्य हैं 30 साल से लोगों की सेवा का दावा कर रहे हैं। उनका कहना है यह सब काशिफनाथ नवनाथ बाबा के आशीर्वाद से होता है। यहां भक्त दूर-दूर से पहुंचते हैं। कोई मुंबई के कल्याण से तो कोई अमरावती सहित महाराष्ट्र के अन्य शहरों से यहां पहुंच रहा है। मप्र के विभिन्न जिलों से लोग आ रहे हैं। सुबह से ही यहां लोगों की भीड़ उमड़ने लगती है।

बाबा का पर्चा बना चर्चा का विषय
बाबा विलास महाराज का पर्चा यहां चर्चा का विषय बना हुआ है। बाबा एक पर्चे पर जानकारी लिखते हैं और फिर सामने बैठे व्यक्ति से पूछते हैं कि यह बीमारी आपको है या नहीं। इस बारे में जब लोगों से पूछा गया कि क्या यह अंधविश्वास नहीं है तो अधिकांश लोगों ने कहा-नहीं यह अंधविश्वास नहीं बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था है। जिन भक्तों को भी पता चलता है वह बाबा की शरण में आते हैं और अपना दुःख दूर करते हैं। कुछ लोगों को बाबा देखकर ही पर्चा बना देते हैं तो कुछ का दुःख दूर करने के लिए बाबा के शरीर में कानिफनाथ बाबा की सवारी आने की बात भी कही जाती है।

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