मध्यप्रदेश

Mp News:जिस तोते पर रखा था 1000 रुपये का इनाम वह जख्मी मिला, लौटी परिवार के चेहरे पर मुस्कान – Damoh Missing Parrot Betu Found Out. Rs 1000 Reward Was Declared On Informing About It

यदि कोई पक्षी आसमान में उड़ जाए तो उसे खोजना मुश्किल हो जाता है, लेकिन दमोह में गुम हुआ तोता ‘बेटू’ पांच दिन बाद मिल गया। दमोह के जबलपुर नाका निवासी पुष्पा खरे का गुम हुआ तोता बेटू आखिर मिल ही गया। परिवार ने तोते को लाने वाले को एक हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की थी। तोता जख्मी हालत में मिला। उसका इलाज चल रहा है। 

सोमवार सुबह जैसे ही आमचोपरा गांव निवासी यादव परिवार तोते को लेकर खरे के घर पहुंचा तो खरे परिवार के लोग खुशी से झूम उठे। अपने बेटू बेटे की मनपसंद चीजें खाने के लिए रखी गईं और सोने के लिए बिस्तर लगाया गया। 

कौवों ने चोंच मारकर घायल किया, यादव परिवार ने बचाया

पुष्पा खरे ने बताया कि उनका तोता, जिसे वे प्यार से बेटू कहती हैं, जब उड़कर घर से चला गया तो उसके पीछे कौवे पड़ गए थे। उन्होंने चोंच मारकर उसे घायल किया। तोता अपनी जान बचाने एक यादव परिवार के घर पहुंच गया। वहां घर की महिला ने तोते को घायल अवस्था में देखा तो उसे गोद में उठा लिया। उन्होंने अपने घर के लोगों को घायल तोता मिलने की जानकारी दी। इसके बाद न्यूज और सोशल मीडिया में दमोह से तोता लापता होने की जानकारी लगने के बाद यादव परिवार के सदस्य तोते को लेकर खरे के घर पहुंचे। 

तोता देख खरे परिवार के आंसू निकल पड़े

अपने बेटे की तरह तोते को पालने वाले खरे परिवार ने जब उसे देखा तो परिवार के लोगों की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। यादव परिवार ने इनाम को यह कहकर ठुकरा दिया कि पहले अपने तोते का इलाज करवा लीजिए। पैसा कोई बड़ी बात नहीं है। 



पोस्टर लगवाए थे शहर में

दमोह के जबलपुर नाका शक्ति नगर निवासी पुष्पा खरे के घर में एक तोता पला था। इसे परिवार का सदस्य ही माना जाता था। 23 मार्च को तोता खो गया और काफी तलाश के बाद भी सुराग नहीं लगा। इससे दुखी पुष्पा खरे ने शहर में पोस्टर लगवाए। लिखा कि मेरा तोता 23 मार्च को उड़ गया है। आपने इसे किसी के घर पर या पेड़ पर देखा हो। ये मिठ्ठू पुच्चू, बेटू बोलता है। जो भी व्यक्ति इसकी जानकारी देगा उसे 1000 रुपये और जिसके घर पर होगा उसे भी 1000 रुपये का इनाम दिया जाएगा। शहर के चौराहों पर इसी तरह के पोस्टर लगे थे और अनाउंसमेंट भी कराया गया था। 


चार दिन से कुछ नहीं खाया

पुष्पा खरे ने बताया कि 23 मार्च की सुबह दूध वाले का हिसाब करने गेट खोलकर बाहर आई थी। इसी दौरान तोता घर से निकल गया। हम लोगों ने चार दिन से कुछ नहीं खाया और रोते हुए अपने तोते की खोज में लगे रहे। उनकी बेटी शालीन भी उदयपुर से दमोह लौट आई और तोते को तलाश करती रही। सोमवार सुबह तोता घर पहुंचा तो उसकी पसंद के फल और खाने की अन्य चीजें रखी गईं।



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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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