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रीवा12 मिनट पहले
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रीवा में बिजली बिल वसूलने गई टीम पर सिरफिरे ने हमला कर दिया।
रीवा जिले में बिजली बिल की वसूली करने गई टीम पर हमले का मामला सामने आया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि 20 मार्च की दोपहर 3 बजे नईगढ़ी थाना अंतर्गत बेला कमोद गांव पुलिस और विद्युत विभाग की संयुक्त टीम दबिश देने गई थी। वहां नशे में धुत्त आरोपी 6 सदस्यीय विद्युत टीम से बहसबाजी करने लगा। कहा कि बिजली विभाग के पास कोई कार्य नहीं है। लाइट देते नहीं, गांव-गांव बिजली के कटे तार पड़े है।
हाईटेंशन लाइन जमीन में छू रही है। आए दिन लोग हादसे का शिकार हो रहे है। इस बात का विद्युत टीम ने विरोध किया। ऐसे में आरोपी आक्रोशित होकर ईंट उठा लिया। फिर गाली-गलौज करते हुए ईंट मारने लगा। सरकारी अमले पर पत्थरों की बारिश से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में नईगढ़ी पुलिस को सूचना दी गई। जानकारी के बाद नईगढ़ी थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर छापा मार कार्रवाई की है, लेकिन आरोपी अभी फरार है।
पड़ोसी के घर में गई टीम, आरोपी अपने घर में दबिश समझा
एसपी नवनीत भसीन ने बताया कि रामानुज जायसवाल पुत्र मेवालाल जायसवाल 30 वर्ष निवासी बेला कमोद गांव आपराधिक प्रवृत्ति का है। वह अपने घर के बिजली कनेक्शन का बिल विद्युत विभाग को नहीं जमा कर रहा था। ऐसे में तीन दिन पहले संयुक्त टीम सूची बनाकर संबंधित गांव में दबिश दी। बिल वसूली की शुरुआत आरोपी के पड़ोसी के घर से हुई। नशे के चलते पड़ोसी तो कुछ नहीं बोला। बल्कि आरोपी आमने-सामने आ गया।
40 हजार रुपए बकाया बिल
नईगढ़ी थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर ने बताया कि रामानुज जायसवाल के घर का 40 हजार रुपए बिल बकाया है। कई वर्षों से आरोपी विद्युत विभाग को छका रहा था। डर के मारे टीम कुछ नहीं कर पाती थी। घटना दिनांक को पांच विद्युत अधिकारी व एक पुलिस आरक्षक गांव गए थे। वहां आरोपी ईंट व पत्थर लेकर खदेड़ लिया। जानलेवा हमला में टीम बाल-बाल बची है। फिलहाल नईगढ़ी पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा का प्रकरण दर्ज किया है।
तीन दिन बाद वीडियो वायरल
पुलिस विभाग में दबी-जुबान चर्चा है कि आरोपी फरार है। कई बार थाना प्रभारी टीम के साथ पकड़ने गए। फिर भी आरोपी नहीं मिला। ऐसे में विद्युत विभाग के जिम्मेदार दबाव बनाने के लिए तीन दिन बाद वीडियो वायरल कर दिया है। हालांकि पुलिस ने तीन दिन पहले ही एफआईआर कर ली है। लेकिन हमले के बाद विद्युत अमला डरा है। उनका मानना है कि यदि आरोपी पकड़ में आ जाता है। तो अन्य गांवों की वसूली में दिक्कत नहीं होगी।
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