देश/विदेश

10 लाख रुपये का बस एक गुच्छा, जापान का रूबी रोमन अंगूर बना दुनिया का सबसे महंगा फल

हाइलाइट्स

जापान के सुपर मार्केट में करीब 10 लाख रुपए में बिका फल
रूबी रोमन अंगूर को मिला सबसे महंगे फल का खिताब
जापान में दोस्‍तों और रिश्‍तेदारों को फल गिफ्ट देने की है परंपरा

नई दिल्‍ली. फल खाना हमेशा ही फायदेमंद माना गया है, हालांकि कई बार उस पसंदीदा फल की कीमत इतनी ज्यादा होती है कि लोगों को उसे खरीदते समय दो बार सोचना पड़ता है. ऐसा ही एक फल इन दिनों अपनी कीमत को लेकर चर्चा में है. दुनिया के इस सबसे महंगे फल को देखकर आपके मुंह में पानी आ सकता है. ये रसीले अंगूर हैं जिन्‍हें जापान में इसके लाल रंग की वजह से रूबी रोमन अंगूर कहा जाता है. इस फल की कीमत के कारण वर्ल्‍ड रिकॉर्ड बन गया और इसे दुनिया का सबसे महंगा फल होने का खिताब दिया गया है. कीमत के कारण इसे वर्ल्‍ड रिकॉर्ड बुक में भी जगह मिली है. जापान में रूबी रोमन अंगूर का एक गुच्छा 2020 में नीलामी में 12,000 डॉलर ( करीब 9.76 लाख रुपये) में बिका है.

खबरों के मुताबिक, इस गुच्‍छे में हर अंगूर की कीमत लगभग 30 हजार रुपए है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने बताया है कि ह्योगो प्रान्त में अमागासाकी में एक सुपरमार्केट में यह रूबी रोमन अंगूर बेचा गया था. दरअसल इस फल को हमेशा से ही महंगे फलों की श्रेणी में रखा गया है और यह फल सुपरमार्केट में ही मिलता है. इसकी अत्‍यधिक महंगी कीमत को लेकर भी जापान में चिंता जताई गई है.

जापान में अपने दोस्‍तों और पारिवारिक लोगों को प्रशंसा और प्रगाढ़ संबंधों के लिए फलों को गिफ्ट करने की परंपरा है. इसमें कहा गया है कि अपने प्रियजनों को ऐसे फल कैसे गिफ्ट में दिए जा सकते हैं.

प्रीमियम ग्रेड में दो साल से नहीं पाया रहा था फलों का कोई बैच
जापानी सुपरमार्केट अक्सर ऐसे फल नहीं बेचते हैं जिनमें दोष हों या जो सही आकार के न हों. गुणवत्ता मानकों को पूरा करने के लिए जापान में फल सख्त निरीक्षण की प्रक्रिया से गुजरते हैं. अंगूरों को ठीक से तीन श्रेणियों में बांटा गया है – सुपीरियर, स्पेशल सुपीरियर और प्रीमियम. प्रीमियम के रूप में अर्हता प्राप्त करने के लिए, अंगूर को बिल्कुल सही होना चाहिए. रिपोर्ट बताती है कि रोमन अंगूर के केवल दो बैचों को 2021 में प्रीमियम ग्रेड के रूप में रखा गया था, जबकि वर्ष 2019 और 2020 में कोई भी योग्य नहीं था.

Tags: Japan, World news in hindi, World record


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!