Mp:मरीज की मौत पर भड़के परिजनों ने जिला अस्पताल में की तोड़फोड़, वॉर्डबॉय घायल, मौके पर पहुंची पथरिया विधायक – Furious Over The Death Of The Patient The Relatives Ransacked The Damoh District Hospital Wardboy Injured

जिला अस्पताल में मरीज के परिजनों का हंगामा
– फोटो : अमर उजाला
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दमोह जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज की मौत के बाद उसके परिजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने तोड़फोड़ करते हुए हंगामा कर दिया। साथ ही कर्मचारियों के साथ गाली गलौज कर मारपीट कर दी, जिसमें एक वॉर्डबॉय कृष्णा जाटव घायल हो गया। इसी दौरान पथरिया विधायक रामबाई सिंह भी अस्पताल पहुंची और जिला अस्पताल में लापरवाही के आरोप लगाए। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाया। अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही है।
बता दें, पथरिया निवासी रमन राठौर जो की दमोह के जबलपुर नाके पर रहता है। उसकी तबियत खराब होने पर परिजन इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर आए थे, जहां हालत गंभीर होने पर उसे अस्पताल के आईसीयू वॉर्ड में भर्ती किया गया, लेकिन कोई सुधार न होने पर डॉक्टरों ने उसे जबलपुर ले जाने के लिए कहा, लेकिन परिजनों ने ले जाने से मना कर दिया और अस्पताल में ही इलाज करने के लिए कहा। मरीज की रविवार रात मौत हो गई और जब डॉक्टरों ने परिजनों को बताया तो उन्होंने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया और कर्मचारियों को गालियां देते हुए आईसीयू वॉर्ड में तोड़फोड़ कर दी। जिसकी सूचना जिला अस्पताल के अधिकारियों ने पुलिस को दी, तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची।
पथरिया विधायक रामबाई ने भी लगाए आरोप
सूचना मिलने पर पथरिया विधायक रामबाई अस्पताल पहुंची और परिजनों से बात की और उन्होंने भी जिला अस्पताल में कमियां बताते हुए आरोप लगाए। उन्होंने कहा की मरीज की हालत गंभीर होने पर उसे जबलपुर रेफर नहीं किया गया, जबकि एक दिन पहले मरीज की हालत ठीक थी। उन्होंने कहा अस्पताल में पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध नहीं रहती। इसके बाद वह अस्पताल के बाहर संचालित एक मेडिकल पर पहुंची और वहां दवाइयां ले रहे लोगों से बात की, साथ ही मेडिकल संचालक से कहा की मरीज अस्पताल में भर्ती रहता है और दवाई बाहर से लेता है। जिस पर संचालक ने बताया की उनके यहां निजी डॉक्टरों के पर्चे आते हैं अस्पताल के मरीज दवाई लेने नहीं आते।
पुलिस में की जाएगी शिकायत
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. राजेश नामदेव ने कहा की अस्पताल में पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया की मरीज को जबलपुर ले जाने के लिए परिजनों से कहा था, लेकिन वह नहीं ले गए और जब मरीज की मौत हो गई तो परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी और कर्मचारियों को गालियां दी। जबकि हमारा स्टाफ 24 घंटे मरीजों की सेवा में लगा रहता है, लेकिन यह हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराएंगे।