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यूक्रेन पर भीषणतम हमले की तैयारी! हाइपरसोनिक मिसाइलें तैनात, क्या हैं पुतिन का अगला प्लान

हाइलाइट्स

रूस ने अटलांटिक महासागर में हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैस जहाज उतारी है.
पुतिन ने कहा कि ये हथियार रूस को संभावित खतरों से बचाएंगे.

मॉस्को. रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को अब जल्द ही एक साल पूरे हो जाएंगे. लेकिन दोनों देशों के बीच गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां यूक्रेन अमेरिका सहित अन्य देशों से मदद की गुहार कर रहा है. वहीं रूस अकेले दम पर लगातार यूक्रेन पर हमला कर रहा है. रूस यूक्रेन को दबाने के लिए युद्ध में लगातार अत्याधुनिक हथियारों की इस्तेमाल पर जोर दे रहा है. इस बीच रूस की पुतिन सरकार ने नई जनरेशन की हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलों से लैस फ्रिगेट अटलांटिक सागर में भेजा है, जिससे रूस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब वह युद्ध में पीछे नहीं हटने वाला है.

हाइपरसोनिक मिसाइल की रफ्तार आवाज की स्पीड से पांच गुना तेज है
बता दें कि रूस, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका हाइपरसोनिक हथियारों को विकसित करने की दौड़ में हैं. हाइपरसोनिक मिसाइलों की स्पीड आवाज की गति से पांच गुना अधिक है. इस तरह की मिसाइलों का इस्तेमाल कर विरोधी पर आसानी से दबदबा बनाया जा सकता है. रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू और इगोर क्रोखमल के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि जहाज जिरकॉन (सिरकोन) हाइपरसोनिक हथियारों से लैस था.

हाइपरसोनिक मिसाइल सिस्टम से लैस है जहाज
पुतिन ने कहा, “इस बार जहाज नवीनतम हाइपरसोनिक मिसाइल सिस्टम ‘जिरकोन’ से लैस है.” इसके अलावा पुतिन ने कहा, “मुझे यकीन है कि इस तरह के शक्तिशाली हथियार रूस को संभावित बाहरी खतरों से मजबूती से बचाएंगे.” पुतिन ने कहा कि हथियारों का दुनिया के किसी भी देश में कोई एनालॉग नहीं है. पुतिन द्वारा यूक्रेन में सैनिकों को भेजे जाने के 10 महीने से अधिक समय बाद, युद्ध का कोई अंत नहीं दिख रहा है. दोनों तरफ से कई सौ सैनिक मारे गए लेकिन अभी तक युद्ध बेनतीजा रहा है.

यूक्रेन के हमले में 89 रूसी सैनिकों की मौत
वहीं रूसी सैनिकों द्वारा मोबाइल फोन के अनधिकृत इस्तेमाल से सिग्नल का पता चलने के कारण यूक्रेन के रॉकेट ने उस जगह हमले किए जहां वे ठहरे हुए थे. रूस की सेना ने मंगलवार को कहा कि सप्ताहांत में यूक्रेन के हमलों में मारे गए सैनिकों की संख्या 89 हो गई है. जनरल लेफ्टिनेंट सर्गेई सेवरीयूकोव ने एक बयान में बताया कि फोन के सिग्नल की वजह से यूक्रेन की सेना को सैन्यकर्मियों के ठिकाने का पता चल गया और उसने हमले किए.

Tags: Russia ukraine war, Vladimir Putin


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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