मध्यप्रदेश

Mp:राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच ने चीन के खात्मे के लिए तांत्रिक शक्तियों के प्रयोग की कही बात, मंत्र भी बताया – Rashtriya Suraksha Jagran Manch Talked About The Use Of Tantric Powers For The End Of China



भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच की प्रेसवार्ता
– फोटो : अमर उजाला

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राजधानी भोपाल में मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच की प्रेसवार्ता आयोजित हुई, जिसमें राष्ट्रीय महामंत्री गोलोक बिहारी राय ने तांत्रिक क्रियाओं के जरिए चीन के खात्मे की बात कही। उन्होंने कहा कि विश्व में चीन दुष्ट शक्ति के रूप में स्थापित हुआ है। चीन सिर्फ विस्तारवादी नहीं है, बल्कि मानव सभ्यताओं के लिए ख़तरा है। चीन का अस्तित्व न सिर्फ विश्व- मानवता, वरन जीव-मात्र के लिए ख़तरा है । चीन हत्या, नृशंसता, क्रूरता, हिंसा, अनाचार, अत्याचार, पापाचार, अधर्म का केंद्र बन चुका है। चीन जीव और प्रकृति के लिए भी ख़तरा है। इसलिए चीन का अशुभ, विश्व के लिए शुभ है।  अत: उन सभी शक्तियों, विद्याओं, तंत्रों, प्रक्रियाओं, विधाओं और साधनों का समर्थन किया जाना चाहिए जो चीन के लिए विनाशक हों। भारत सहित दुनिया के अनेक देशों में दुष्ट और नकारात्मक शक्तियों के विनाश के लिए महाविद्याओं का प्रयोग होता रहा है। प्राचीन भारत का पूर्वोत्तर इन विद्याओं का मुख्य केंद्र रहा है। देश के अनेक संगठन, तांत्रिक, साधक और विद्वान चीन के विनाश की कामना कर रहे हैं। विश्व-कल्याण और मानवता की रक्षा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच इन सभी शक्तियों को जोड़ने और सक्रिय करने की कोशिश करेगा। इसके तहत भारत सहित दुनियाभर में जन-जागरण का अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के राष्ट्रीय महामंत्री 
 
गोलोक बिहारी राय ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच लोक-जागरण को दिशा और गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। यह अभियान सरकार और सेना से इतर तो होगा, लेकिन कई मायनों में यह सहयोगी भी होगा।  इस अभियान का साधन होगा महाविद्या अर्थात तंत्र-विद्या। देश-दुनिया के तांत्रिकों, महाविद्या के विशेषज्ञों, साधकों और देशभक्त विद्वानों का आशीर्वाद और सहयोग से यह अभियान सफल होगा। आने वाले समय में देश कि विभिन्न हिस्सों में तांत्रिक सम्मलेन, यंत्रज्ञ सम्मलेन, अनुष्ठान, मन्त्र-जप आदि का आयोजन होगा।  इस विद्या के द्वारा देशभक्ति और मानवता की भावना जागृत होगी। मन्त्र का जाप और अनुष्ठान देशभक्ति की अभिव्यक्ति का सहज-स्वाभाविक माध्यम बनेगा। राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच ने देश-दुनिया की सज्जन शक्ति, देशभक्त संगठनों, विद्वानों, विशेषज्ञों, अध्येताओं, शोधार्थियों, विद्यार्थियों, किसानों, कलाकारों, मीडिया सहित सभी नागरिकों से इस अभियान में शामिल होने और इसे समर्थन देने का आह्वान किया है। 

 
    
राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के अध्यक्ष राय ने पत्रकारों और विद्वानों की उपस्थिति में चीन विनाश के लिए साधकों द्वारा प्रयुक्त मन्त्र – ‘‘ऊँ हं हं हं उमापतये कैलाशपतये नम: l चीनस्य विनाशं कुरु कुरु स्वाहा ll’’ प्रस्तुत किया। उन्होंने देशभक्त और मानवता प्रिय लोगों से इस मन्त्र के जप का आग्रह भी किया।राय ने कहा कि यह मन्त्र चीन के विनाश का सहज-सरल, किन्तु अत्यन्त प्रभावी उपाय है। यह चीन के लिए मारक-मन्त्र सिद्ध होगा। दुनिया की करोड़ों मानवता-प्रिय जनता जब विभिन्न भाषाओं में इस मारक-मन्त्र का जाप करेगी तो निश्चित ही एक विराट शक्ति का जागरण होगा। यह शक्ति पूरी मानवता, विश्व-कल्याण और चीन के विनाश का साधन बनेगी।

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राजधानी भोपाल में मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच की प्रेसवार्ता आयोजित हुई, जिसमें राष्ट्रीय महामंत्री गोलोक बिहारी राय ने तांत्रिक क्रियाओं के जरिए चीन के खात्मे की बात कही। उन्होंने कहा कि विश्व में चीन दुष्ट शक्ति के रूप में स्थापित हुआ है। चीन सिर्फ विस्तारवादी नहीं है, बल्कि मानव सभ्यताओं के लिए ख़तरा है। चीन का अस्तित्व न सिर्फ विश्व- मानवता, वरन जीव-मात्र के लिए ख़तरा है । चीन हत्या, नृशंसता, क्रूरता, हिंसा, अनाचार, अत्याचार, पापाचार, अधर्म का केंद्र बन चुका है। चीन जीव और प्रकृति के लिए भी ख़तरा है। इसलिए चीन का अशुभ, विश्व के लिए शुभ है।  अत: उन सभी शक्तियों, विद्याओं, तंत्रों, प्रक्रियाओं, विधाओं और साधनों का समर्थन किया जाना चाहिए जो चीन के लिए विनाशक हों। भारत सहित दुनिया के अनेक देशों में दुष्ट और नकारात्मक शक्तियों के विनाश के लिए महाविद्याओं का प्रयोग होता रहा है। प्राचीन भारत का पूर्वोत्तर इन विद्याओं का मुख्य केंद्र रहा है। देश के अनेक संगठन, तांत्रिक, साधक और विद्वान चीन के विनाश की कामना कर रहे हैं। विश्व-कल्याण और मानवता की रक्षा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच इन सभी शक्तियों को जोड़ने और सक्रिय करने की कोशिश करेगा। इसके तहत भारत सहित दुनियाभर में जन-जागरण का अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के राष्ट्रीय महामंत्री 

 

गोलोक बिहारी राय ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच लोक-जागरण को दिशा और गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। यह अभियान सरकार और सेना से इतर तो होगा, लेकिन कई मायनों में यह सहयोगी भी होगा।  इस अभियान का साधन होगा महाविद्या अर्थात तंत्र-विद्या। देश-दुनिया के तांत्रिकों, महाविद्या के विशेषज्ञों, साधकों और देशभक्त विद्वानों का आशीर्वाद और सहयोग से यह अभियान सफल होगा। आने वाले समय में देश कि विभिन्न हिस्सों में तांत्रिक सम्मलेन, यंत्रज्ञ सम्मलेन, अनुष्ठान, मन्त्र-जप आदि का आयोजन होगा।  इस विद्या के द्वारा देशभक्ति और मानवता की भावना जागृत होगी। मन्त्र का जाप और अनुष्ठान देशभक्ति की अभिव्यक्ति का सहज-स्वाभाविक माध्यम बनेगा। राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच ने देश-दुनिया की सज्जन शक्ति, देशभक्त संगठनों, विद्वानों, विशेषज्ञों, अध्येताओं, शोधार्थियों, विद्यार्थियों, किसानों, कलाकारों, मीडिया सहित सभी नागरिकों से इस अभियान में शामिल होने और इसे समर्थन देने का आह्वान किया है। 

    

राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के अध्यक्ष राय ने पत्रकारों और विद्वानों की उपस्थिति में चीन विनाश के लिए साधकों द्वारा प्रयुक्त मन्त्र – ‘‘ऊँ हं हं हं उमापतये कैलाशपतये नम: l चीनस्य विनाशं कुरु कुरु स्वाहा ll’’ प्रस्तुत किया। उन्होंने देशभक्त और मानवता प्रिय लोगों से इस मन्त्र के जप का आग्रह भी किया।राय ने कहा कि यह मन्त्र चीन के विनाश का सहज-सरल, किन्तु अत्यन्त प्रभावी उपाय है। यह चीन के लिए मारक-मन्त्र सिद्ध होगा। दुनिया की करोड़ों मानवता-प्रिय जनता जब विभिन्न भाषाओं में इस मारक-मन्त्र का जाप करेगी तो निश्चित ही एक विराट शक्ति का जागरण होगा। यह शक्ति पूरी मानवता, विश्व-कल्याण और चीन के विनाश का साधन बनेगी।




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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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