अजब गजब

सिर्फ 70 लीटर दूध से बनी कंपनी, अब हर दिन 60,000 लीटर प्रोसेस, टर्नओवर 90 करोड़!

Agency:Local18

Last Updated:

Dairy Business: नासिक के चार दोस्तों ने 2020 में 70 लीटर दूध से ‘हेल्दी फूड्स’ कंपनी शुरू की. आज यह 90 करोड़ रुपये के टर्नओवर के साथ 60,000 लीटर दूध प्रोसेस कर रही है. किसानों को रोजगार और आधुनिक तकनीक से जोड़क…और पढ़ें

डेरी फार्मिंग

नासिक जिले के दापूर गांव के चार दोस्तों ने मिलकर एक ऐसा व्यवसाय शुरू किया, जिसने आज एक मिसाल कायम कर दी है. शरद आव्हाड, संदीप आव्हाड, संजय सांगळे और मनोज सांगळे ने 2020 में कोरोना काल के दौरान ‘हेल्दी फूड्स’ नामक डेयरी कंपनी की नींव रखी. उनका मकसद सिर्फ कारोबार करना नहीं, बल्कि गांव के किसानों को रोजगार और एक स्थायी आय का साधन देना भी था.

70 लीटर दूध से बड़ी कंपनी तक का सफर
शुरुआत आसान नहीं थी. जब चारों ने इस व्यवसाय को शुरू किया, तब वे रोजाना सिर्फ 70 लीटर दूध इकट्ठा कर पाते थे. लेकिन उनकी मेहनत और सही प्रबंधन के चलते कंपनी लगातार आगे बढ़ती रही. आज ‘हेल्दी फूड्स’ हर दिन 60 हजार लीटर दूध का संकलन करती है, जो 6500 किसानों से प्राप्त किया जाता है. यह दूध अत्याधुनिक तकनीकों से प्रोसेस किया जाता है और इसे उच्च गुणवत्ता वाले दुग्ध उत्पादों में बदला जाता है.

बढ़ती मांग और बड़े टर्नओवर का सफर
हेल्दी फूड्स के उत्पादों की गुणवत्ता और शुद्धता के कारण देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी इसकी मांग बढ़ने लगी. सिर्फ 4 साल में इस कंपनी ने 90 करोड़ रुपये का टर्नओवर पार कर लिया. पैकेट दूध, दही, लस्सी, छाछ, पनीर, श्रीखंड, आम्रखंड और खोया जैसे कई दुग्ध उत्पादों का उत्पादन किया जाता है.

तकनीक और स्वच्छता पर विशेष ध्यान
हेल्दी फूड्स में दूध की गुणवत्ता जांचने के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग किया जाता है. पूरी प्रक्रिया बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के होती है, जिससे दूध और अन्य उत्पाद पूरी तरह स्वच्छ और सुरक्षित रहते हैं. कंपनी न केवल अपने ब्रांड ‘हेल्दी लाइफ’ के तहत उत्पाद बेचती है, बल्कि देश के कई बड़े डेयरी ब्रांडों के लिए भी उत्पादन और पैकेजिंग का काम करती है.

किसानों को नई तकनीक से जोड़ने की पहल
हेल्दी फूड्स अपने साथ जुड़े किसानों के लिए प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन भी करती है. इसमें गोठा प्रबंधन, पशु स्वास्थ्य और दूध उत्पादन बढ़ाने के आधुनिक तरीकों के बारे में बताया जाता है. कंपनी ने गोदरेज कंपनी के साथ मिलकर ‘गायों का गर्भ प्रत्यारोपण’ तकनीक भी अपनाई है, जिससे किसानों को अधिक दूध उत्पादन में मदद मिल रही है.

गांव से लेकर अंतरराष्ट्रीय बाजार तक
आज हेल्दी फूड्स एक सफल व्यवसाय मॉडल बन चुका है. गांव के छोटे से कारोबार से शुरू हुआ यह सफर अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच चुका है. यह कहानी साबित करती है कि यदि सही सोच, मेहनत और अच्छी योजना हो, तो कोई भी छोटे से बड़े मुकाम तक पहुंच सकता है.

homebusiness

सिर्फ 70 लीटर दूध से बनी कंपनी, अब हर दिन 60,000 लीटर प्रोसेस, टर्नओवर 90 करोड


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!