राजधानी भोपाल के बंगरसिया स्कूल में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा आयोजित निम्र श्रेणी लिपिक (एलडीसी) की परीक्षा में दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने आए एक सॉल्वर को सुरक्षा बलों ने पकड़ लिया। उसके खिलाफ मिसरोद थाने में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी जिस युवक के स्थान पर परीक्षा देने आया था, उसकी तलाश की जा रही है। आरोपी को परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले बायोमैट्रिक्स जांच में पकड़ा गया। उसके फिंगर प्रिंट अभ्यर्थी द्वारा परीक्षा फार्म भरते समय दिए गए दस्तावेजों से मिलान नहीं खाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया।
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बहाने बनाने लगा आरोपी
मिसरोद थाना प्रभारी मनीषराज सिंह भदौरिया ने बताया कि रविवार को बिहार के पटना निवासी सोनू यादव बबलेश मीणा निवासी दौसा, राजस्थान के स्थान पर एलडीसी की परीक्षा देने पहुंचा था। बंगरसिया स्थिल केंद्रीय विद्यालय में परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले दस्तावेजों की तस्दीक के दौरान फिंगर लगाने का कहा तो आरोपी बहान बनाने लगा। इसके बाद जब उसके फिंगर की जांच की गई तो अभ्यर्थी के फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाए। पूछताछ करने पर भागने का प्रयास किया। हालांकि, उसे पकड़कर सुरक्षा में तैनात सुरक्षा बलों को सौंप दिया गया था, जिन्होंने थाना पुलिस को सौंपा।
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असली पहचान नहीं बताई
टीआई भदौरिया ने बताया कि आरोपी के पास से खुद के पहचान संबंधी कोई दस्तावेज नहीं मिले हैं। आरोपी बिहार के पटना का रहने वाला बताया गया है, लेकिन वह असल में कहां का रहने वाला है, क्या नाम है, इस संबंध में कोई दस्तावेज नहीं दिए। आरोपी इतना शातिर है कि उसने यह भी नहीं बताया कि किस गिरोह ने उसे अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने भेजा था और कितने रुपये में सौदा हुआ था। इसके पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। आरोपी को सोमवार को दोपहर बाद अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
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