3 day library orientation program starts at BU | बीयू में 3 दिवसीय पुस्तकालय अभिविन्यास कार्यक्रम: प्रो. विवेक शर्मा बोले- डिजिटल युग में लाइब्रेरी की उपयोगिता और प्रभाव दोनों बढ़े – Bhopal News

पुस्तकालय ज्ञान का ट्रांस फॉर्मेशन सेंटर होता है। डिजिटल युग में लाइब्रेरी की उपयोगिता कम नहीं हुई है, बल्कि इसकी पहुंच और प्रभाव बढ़ा है। यह बातें प्रो. विवेक शर्मा ने बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय में सेंट्रल लाइब्रेरी द्वारा आयोजित 3 दिवसीय पुस्तकालय अ
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कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार को माइक्रोबायोलॉजी विभाग में हुआ। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों, शोधार्थियों और शिक्षकों को केंद्रीय पुस्तकालय में उपलब्ध संसाधन, ई-ग्रंथालय सॉफ्टवेयर की उपयोगिता समेत अन्य जरूरी पहलुओं से संबन्धित जानकारी मुहैया कराना है।
कार्यक्रम का मार्गदर्शन विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. सुरेश कुमार जैन कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलसचिव डॉ. आईके मंसूरी ने की। विशिष्ट अतिथियों में फारसी व अरबी विभाग के अध्यक्ष प्रो. ताहिरा अब्बास, सीआरआईएम निदेशक प्रो. विवेक शर्मा, बीयू आईटी निदेशक प्रो. नीरज गौड़ समेत अन्य शामिल रहे।
पुस्तकालय होती हैं विश्वविद्यालय की शैक्षणिक आत्मा
माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. अनीता ने कहा कि पुस्तकालय किसी भी विश्वविद्यालय की शैक्षणिक आत्मा होता है। जहां से ज्ञान की ऊर्जा पूरे परिसर में प्रवाहित होती है। ऐसे अभिविन्यास कार्यक्रमों से छात्र न केवल पुस्तकालय से परिचित होते हैं, बल्कि रिसर्च और अध्ययन की गंभीरता को भी आत्मसात करते हैं।
छात्र डिजिटल सुविधाओं का करें उपयोग
डॉ. आई. के. मंसूरी ने कहा कि पुस्तकालय केवल पुस्तकों का भंडार नहीं, बल्कि यह विश्वविद्यालय की बौद्धिक संपदा का भव्य केंद्र है। यह छात्रों के लिए नई सोच, अनुसंधान और नवाचार का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे पुस्तकालय की डिजिटल सुविधाओं का भरपूर उपयोग करें।
प्रो. नीरज गौड़ ने कहा कि स्टार्टअप, प्रोजेक्ट्स और रिसर्च की नींव अच्छी लाइब्रेरी एक्सेस से ही रखी जाती है। डॉ. किशोर शेंडे ने बताया कि पुस्तकालय की ई सुविधाएं, ई ग्रंथालय और आईएनएफएलआईबीएनईटी की सुविधाओं से विद्यार्थी और शोधार्थी वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार रहेंगे। जल्द वीआईडीडब्लूएएन और आईआरआईएनएस जैसी अन्य सुविधा शुरू की जाएंगी।
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