झारखंड से परिवार को बिना बताए हो गयी थी लापता; पर्ची से मिला क्लू | Had gone missing from Jharkhand without informing the family; slip clue

गुना29 मिनट पहले
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अपने भाइयों के साथ महिला।
झारखंड से 5 वर्ष पहले गायब हुई महिला अब अपने घर वापस पहुंच सकेगी। गुना में 7-8 दिन तक इलाजे चलने के बाद महिला से किसी तरह उसका नाम, पता मालूम हो सका। इसके बाद झारखंड में संपर्क किया गया। शुक्रवार शाम उसके भाई गुना पहुंचे। शनिवार सुबह वह उसे लेकर घर के लिए रवाना हो गए। महिला से मिलने के बाद भाइयों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
दरअसल, पिछले हफ्ते कुंभराज पुलिस को एक महिला कस्बे में बेसुध सी घूमती हुई मिली थी। वह मानसिक रूप से बीमार थी। 28 नवंबर को पुलिस ने उसे जिला अस्पताल भिजवा दिया। वह अपना नाम भी नहीं बता पा रही थी। इसी दौरान अस्पताल के एक डॉक्टर ने समाजसेवी प्रमोद भार्गव को कॉल किया। वह जाकर महिला से मिले। वह रोजाना दिन में कई बार उससे मिलने जाने लगे। धीरे-धीरे उससे बात करना शुरू किया। उससे पसंद के खाने की पूछी, तो उसने समोसा खाने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद वह उसे समोसा लेकर गए और बातचीत शुरू की। महिला अपने घर के बारे में नहीं बता पा रही थी।
पर्चियां लिखवाई, उससे मिला क्लू
महिला लिखना जानती थी, तो प्रमोद भार्गव ने उससे पर्चियों पर जगहों के नाम लिखवाना शुरू कर दिया। 20-25 पर्चियों पर नाम लिखवाए। इनमे एक नाम खूंटी और खरतंगा बार-बार आ रहा था। इसी क्लू के आधार पर उन्होंने संबंधित थाने में बात की। वहां से गांव के सरपंच का नंबर मिला। उन्होंने सरपंच से बात कर उन्हें फ़ोटो भेजा। सरपंच ने एक दिन का समय मांगा। इसके बाद सरपंच ने गांव में पता किया तो महिला की जानकारी मिल गयी। उसका नाम भादों बाई है। वह 5 वर्ष पहले अपने घर से बिना बताए चली गयी थी।
परिवार की खुशी का नहीं रहा ठिकाना
सरपंच ने वीडियो कॉल पर महिला के परिवार वालों से बात कराई, तो परिवार वाले उसे पहचान गए। उसकी बहनें काफी खुश हुईं। इसके बाद उनके दो भाई झारखंड से गुना के लिए रवाना हुए। शुक्रवार शाम को दोनों भाई गुना पहुंचे। महिला भी उन्हें देखते ही पहचान गयी। शनिवार सुबह वह महिला को अपने साथ लेकर झारखंड के खूंटी जिले के लिए रवाना हो गए।
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